कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ईडी द्धारा पूछताछ के लिए बुलाये जाने के विरोध में कांग्रेस ने 13 जून को देशभर प्रस्तावित धरना प्रदर्शन को भाजपा ने राजनैतिक ड्रामा बताया है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने व्यंग्य किया कि हालिया चिंतन शिविर में लगता है कांग्रेस नेताओं ने सिर्फ और सिर्फ इस बात पर चिंतन किया, कैसे गांधी परिवार को भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल जाने से बचाया जाये।
मनवीर चौहान ने इस प्रदर्शन को लेकर बढ़चढ़ कर बयानबाजी करने वाले कोंग्रेसियों की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि अधिकांश स्थानीय कांग्रेस नेता तो इसे चंपावत उपचुनाव में मिली शर्मनाक हार को पचाने का सुनहरा अवसर मान रहे हैं।
उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि जब नेशनल हेराल्ड केस को लेकर सोनिया राहुल ने कुछ गलत किया ही नहीं है तो ईडी की पूछताछ से क्यूँ डर रहे हैं? क्यूँ पूछताछ के दिन देशभर में अपने सांसदों, विधायकों व अन्य नेताओं से ईडी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करवाकर जांच ऐजेंसी पर दबाब बनाने का अनावश्यक प्रयास किया जा रहा है ? उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि कॉंग्रेस की यह बौखलाहट स्पष्ट जाहिर रही है की इस भ्रष्टाचार के प्रकरण में कॉंग्रेस आलाकमान की समूची दाल ही काली है।
चूंकि इस सच्चाई से जनता ही नहीं कांग्रेस पार्टी भी पूरी तरह वाकिफ है, लिहाजा लगातार चुनावों में हार के वावजूद भी कांग्रेस पार्टी ने किसी भी मुद्दे पर आंदोलन करने की हिम्मत नहीं जुटाई सिवाय गांधी परिवार को पूछताछ पर बुलाये जाने के । उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की कोशिश इस मुद्दे पर आंदोलन कर अपने सुप्रीम नेताओं को पीड़ित दर्शाने का राजनैतिक नाटक करना है। लेकिन आज की जागरूक जनता चोर की दाढ़ी में तिनके की कहावत को बखूबी समझती है लिहाजा अब उनकी इन चालबाजियों में नहीं आने वाली यही वजह है कि सच्चाई से मुंह मोड़ने वाली कांग्रेस पार्टी देश के राजनैतिक मानचित्र से लगातार सिकुड़ती जा रही है।