उत्तर प्रदेश:- बीएचयू और आईआईटी बीएचयू कैंपस में सुरक्षा को मजबूत करने की तैयारी चल रही है। साथ ही पहले की तुलना में निगरानी भी बढ़ाई जाएगी। बुधवार को दोनों जगहों के प्रॉक्टोरियल बोर्ड के मिलन समारोह में फैसला हुआ। इस दौरान बोर्ड के सदस्यों के बीच सहयोग और संबंधों को मजबूत करने की दिशा में भी विस्तृत चर्चा की गई। आईआईटी (बीएचयू) के चीफ प्रॉक्टर डॉ. संजय सिंह ने कहा कि आईआईटी (बीएचयू) और बीएचयू के प्रॉक्टोरियल बोर्ड के बीच सहयोग कैंपस के शांतिपूर्ण और सुरक्षित वातावरण को बनाए रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस तरह की पहल हमें मिलकर काम करने और चुनौतियों का समाधान करने में सक्षम बनाती है।
बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर प्रो. एसपी सिंह ने कहा कि इस तरह के आयोजन से विचारों के आदान-प्रदान और एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने का मौका मिलता है। प्रो. सिंह ने बताया कि सम्मेलन के दौरान कैंपस सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत करने, संचार को सुचारू बनाने और अनुशासन प्रबंधन के सर्वोत्तम तरीकों को अपनाने पर चर्चा की गई। बीएचयू में एक सप्ताह पहले चोरी हुई इन्वर्टर बैटरियों और आरोपी का पता नहीं चल सका है। संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के डीन ऑफिस से चोरी बैटरियों की कीमत लाखों में है। डीन की शिकायत पर प्रॉक्टोरियल की टीम बार-बार संकाय का निरीक्षण कर रही है। प्रोफेसरों और छात्रों से बातचीत चल रही है। बुधवार को प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम ने संकाय में प्रोफेसर से मुलाकात की।