मुजफ्फरपुर में बागमती नदी के कहर के बाद से अब बूढ़ी गंडक नदी के जल स्तर में तेजी से इजाफा होने लगा है। इसको लेकर लोगो में दहशत बना हुआ है। हालांकि बूढ़ी गंडक नदी अभी खतरे के निशान के नीचे है, लेकिन लगातार जल स्तर में हो रहे इजाफा के साथ जिला के बूढ़ी गंडक नदी के मीनापुर मुसहरी प्रखंड के कई निचले हिस्से में बाढ़ का पानी ने दिया है दस्तक। जिसके बाद लोग दहशत में है।
इन क्षेत्रों में घुसा बाढ़ का पानी
मीनापुर प्रखंड के मदारीपुर कर्ण पंचायत के कई वार्ड में बाढ़ का पानी आ गया। वहीं अब शहरी क्षेत्रों के भी इलाके में दहशत बन गया है। शहरी क्षेत्रों के अखाड़ा घाट क्षेत्र, संगम घाट क्षेत्र, नजीरपुर और चंदवारा दादर क्षेत्र में लगातार नदी के जल स्तर बढ़ने के साथ परेशानी बढ़ गई है। हालांकि बूढ़ी गंडक नदी अभी खतरे के निशान के नीचे है लेकिन अभी भी लगातार जल स्तर में वृद्धि हो रही है। इसके बाद लोग दहशत में है।
बच्चों पर आई आफत, पानी से गुजरते हुए जाना पड़ता है स्कूल
नदी के जल स्तर में तेजी से हो रही इजाफा के बाद अखाड़ा घाट और लकड़ी ढही के इलाके में कई घर जल समाधि लेने लग गए हैं। वहीं इसके साथ ही संगम घाट के पास भी नदी के जल स्तर में वृद्धि से कई घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इस वजह से लोगों की आवजाही में परेशानी बढ़ गई है। उन परेशानियों से निबटने के लिए लोग कृत्रिम नाव का इंतजाम कर आवाजाही करने के लिए मजबूर हैं। लोग थर्मोकोल की बनी हुई नाव के सहारे आवाजाही कर रहे हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि 3 दिनों से नदी का जल स्तर बढ़ता जा रहा है, जिसके बाद से हम सब दहशत में है। लोगों का कहना है कि अगर इसी तरह से लगातार पानी बढ़ता रहा तो घर को खाली करके जाना पड़ेगा। इस तरह से बाढ़ का पानी के आ जाने से लोगो ने लोग अपने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिए हैं। हालांकि कई बच्चे अभी भी पानी से गुजरते हुए विद्यालय जा रहे हैं।