शेखपुरा में स्थानीय थानाक्षेत्र के करिहो गांव में सरकारी चावल बेचने के आरोप में दो युवकों को ग्रामीणों ने पकड़कर उनकी पिटाई की। उसके बाद पुलिस को सौंप दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि यह चावल सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत स्थानीय डीलर सुनील पासवान को वितरित किया गया था, जिसे वह इन युवकों के जरिए बाजार में बेचने की कोशिश कर रहा था। घटना के बाद पुलिस ने चावल और बाइक को जब्त कर लिया है। साथ ही ग्रामीणों ने डीलर और युवकों के खिलाफ शेखपुरा थानाs में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई है।
जानकारी के मुताबिक, करिहो गांव में रहने वाले कुछ लोगों ने दो युवकों को उस समय पकड़ा, जब वे चावल लेकर बाजार की ओर जा रहे थे। ग्रामीणों का कहना है कि ये चावल सुनील पासवान नामक डीलर से प्राप्त हुए थे, जो सरकारी स्कीम के तहत गांव के योग्य परिवारों में बांटने के लिए आए थे। इसके बावजूद, ग्रामीणों ने युवक को पकड़ा और डीलर पर आरोप लगाया कि वह चावल को ग्राहकों को वितरित करने के बजाय निजी दुकानों में बेचने के लिए भेज रहा है।
ग्रामीणों का आरोप है कि डीलर द्वारा पहले भी चावल चोरी की घटनाएं की गई हैं, जिनमें डीलर के मुंशी नरेश यादव का नाम सामने आया था। नरेश यादव पर आरोप है कि उसने पहले भी कई बार इस तरह का अनाज निजी दुकानों पर बेचा है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें हमेशा अनाज तय मात्रा से कम दिया जाता है और डीलर द्वारा वितरित चावल की गुणवत्ता भी खराब होती है। इस वजह से ग्रामीणों में लंबे समय से असंतोष व्याप्त है।
घटना की सूचना मिलते ही 112 नंबर की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और चावल तथा बाइक को जब्त कर लिया। थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा दर्ज शिकायत और आरोपों की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी अनुमंडल अधिकारी (एसडीओ) राहुल सिन्हा को भेजी गई है और आगे की कार्रवाई उनके निर्देश के अनुसार की जाएगी।
वहीं, ग्रामीणों की मांग है कि इस मामले की गहराई से जांच की जाए और दोषी पाए जाने पर डीलर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि प्रशासन को नियमित रूप से पीडीएस दुकानों का निरीक्षण करना चाहिए, ताकि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अनाज का दुरुपयोग रोका जा सके।