उत्तराखंड के पूर्व सीएम तीरथ रावत अपने कार्यकाल में अपने बयानों पर काफी चर्चा में रहे हैं। वहीं पूर्व सीएम तीरथ रावत का कार्यकाल केवल 114 दिन का रहा है। फटी जींस बयान पर काफी चर्चा पर रहे सीएम तीरथ रावत आज भी अपने बयान पर कायम है, उनका कहना है कि फटा हुआ कपड़ा कभी हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि उन्होंने जींस का विरोध नहीं किया था बल्कि फटी जींस पर एतराज जताया था।
साथ ही सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा कि विदेश लोग भारतीय संस्कृति को अपना रहे हैं और हम लोग पश्चिमी संस्कृति के अधीन हो रहे हैं, कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वह फटी जींस से संबंधी अपने पुराने बयान पर कायम हैं, साथ ही उन्होंने कहा कि मैं अपने बयान को गौरान्वित महसूस करता हूं कि लाखों लोगों ने इसे स्वीकार किया है ।
पूर्व सीएम तीरथ रावत को सोशल मीडिया से इस बयान पर काफी समर्थन मिला तो कही निराशा मिली। सीएम तीरथ ने कहा कि जब हम जब हम स्कूल-कॉलेज जाते थे, तो हम भी जींस पहनते थे। यदि कभी घुटना फट गया, तो उस पर पैच लगाते थे। गुरुजी का डर होता था। साथ ही अनुशासन, संस्कार व संस्कृति इसकी इजाजत नहीं देती है, लेकिन आज यह स्थिति है कि जींस फटी नहीं है, तो नौजवान इस पर कैंची चला देते हैं। उन्होंने कहा कि जींस का विरोध नहीं है, बल्कि फटी जींस का विरोध है। फटा कपड़ा हमारी संस्कृति का द्योतक नहीं है। पूरा शरीर ढकना हमारी संस्कृति में है