बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम (बीएसएफडीएफसी) के वरिष्ठ अधिकारियों ने इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईएमपीपीए) के साथ बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य बिहार के फिल्म उद्योग में विकास और सहयोग को बढ़ावा देना था। बैठक में दयानिधान पांडे, सचिव, कला, संस्कृति और युवा विभाग सह बिहार फिल्म विकास एवं वित्त निगम के प्रबंध निदेशक, राहुल कुमार, बिहार फिल्म विकास एवं वित्त निगम के महाप्रबंधक, आईएमपीपीए के अध्यक्ष अभय सिन्हा, गदर फिल्म के निर्देशक अनिल शर्मा, पूनम ढिल्लों, कमल मुकुट, मुकेश ऋषि, टीनू देसाई और धनपत कोठारी जैसे प्रमुख निर्माता तथा फिल्म उद्योग की प्रमुख हस्तियां शामिल हुई।
बैठक के दौरान कला, संस्कृति और युवा विभाग सह बिहार फिल्म विकास के सचिव दयानिधान पांडे ने बिहार फिल्म प्रोत्साहन नीति के बारे ने जानकारी दी, जिसकी आधिकारिक घोषणा जुलाई 2024 में की गई थी और अक्टूबर में इसे लागू किया गया था। इस क्षेत्र में तेजी से काम करने के लिए बिहार सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने फिल्म-अनुकूल वातावरण स्थापित करने में बिहार की तीव्र प्रगति पर प्रकाश डाला।
बिहार फिल्म विकास एवं वित्त निगम के महाप्रबंधक राहुल कुमार ने कहा कि यह नीति फिल्म निर्माताओं को आकर्षक सब्सिडी प्रदान करती है। साथ ही इस नीति मे सिनेमा हॉल को भी समर्थन देने का प्रावधान है, जिससे बिहार के मनोरंजन के बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने में मदद मिलेगी। उन्होंने राज्य को फिल्म निर्माण और सिनेमा प्रदर्शन के लिए और भी अधिक आकर्षक गंतव्य बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि नीति आईएमपीपीए और अन्य उद्योग हितधारकों से प्राप्त फीडबैक पर आधारित है, और वे सफल कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए किसी भी आवश्यक समायोजन के लिए तैयार हैं।
आईएमपीपीए के अध्यक्ष अभय सिन्हा जी ने आईएमपीपीए के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया, तथा अपने सदस्यों के बीच बिहार को फिल्मांकन स्थल के रूप में सक्रिय रूप से बढ़ावा देने तथा उन्हें प्रस्तावित प्रोत्साहनों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन (आईएफटीडीए) के अध्यक्ष अशोक पंडित ने भी बीएसएफडीएफसी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया और घोषणा की कि आईएफटीडीए बिहार की फिल्म प्रोत्साहन नीति के सफल क्रियान्वयन में आईएमपीपीए के साथ एकजुट है।
बैठक सकारात्मक रूप से संपन्न हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता व्यक्त की कि फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार द्वारा उठाया गया साहसिक कदम, उद्योग द्वारा दशकों से किए जा रहे अनुरोध के बाद एक बहुप्रतीक्षित कदम और एक स्वागत योग्य निर्णय है और आईएमपीपीए ने पूर्ण आश्वासन दिया कि बिहार सरकार द्वारा दिए जा रहे समर्थन और सहयोग से हम यह सुनिश्चित करेंगे कि बिहार सभी भाषाओं में फिल्म बनाने वाले सभी निर्माताओं के लिए पसंदीदा शूटिंग स्थल बने। इस दौरान सुषमा शिरोमणि, सुरेंद्र वर्मा, अतुल पटेल, बाबूभाई थिबा, कुकू कोहली, महेंद्र धारीवाल, निशांत उज्जवल, अशोक पंडित, राजकुमार आर पांडे, हरसुखभाई धडुक, मनीष जैन, रोशन सिंह, यूसुफ शेख, संजीव सिंह और विनोद गुप्ता शामिल थे।