देहरादून:- राजधानी देहरादून में हुई बिल्डर सतेंद्र साहनी उर्फ बाबा साहनी आत्महत्या मामले में परिवार को मिली सुरक्षा हटाए जाने नेताओं के साथ आरोपियों की फोटो वायरल होने आदि मामलों पर आज बड़ी संख्या में सिख समाज के लोगों ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर पूरे विजय से उन्हें अवगत कराया है। मामले में तत्काल जिलाधिकारी ने एसएसपी देहरादून से वार्ता कर परिजनों को शीघ्र उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है साथ ही परिजनों को जल्द ही सुरक्षा भी मुहैया हो जाएगी ज्ञापन में कहा गया है।
कि सिक्ख समाज के जाने माने व गणमान्य बिल्डर सतेन्दर सिंह साहनी की आत्म हत्या के अग्रसित सरकार द्वारा निष्पक्ष होकर जिस प्रकार से प्रभावशाली गुप्ता बंधुओ के विरूद्ध कार्यवाही की गयी उसके लिये सिक्ख समाज सरकार का बहुत आभारी है। परन्तु पिछले कुछ समय से अभियुक्तगण अर्थात गुप्ता परिवार की राज्य के बड़े नेताओं के साथ मेल जोल और गठबंधन की खबरें प्रसारित हुई है, और उक्त प्रकरण में पुलिस द्वारा अभी तक आरोप पत्र दाखिल नही करना न केवल सिक्ख समाज बल्कि जन साधारण के मन में सतेन्द्र सिंह साहनी को न्याय मिलने की आशा को धूमिल कर रह है। पुलिस द्वारा सहानी परिवार की सुरक्षा हटा ली गयी है। प्रदेश के बड़े नेताओं की अभियुक्तगण के साथ फोटो व खबरें खुलेआम प्रसारित हो रही है। उन्हें आज भी उन्ही नेताओं का संरक्षण निरन्तर जारी है। जिनके चलते पहले भी उनके द्वारा पहले भी खुलेआम प्रोत्साहन दिया जाता था।
के चलते आरोप पत्र न दाखिल करना पुलिस के प्रभावित होने का प्रत्यक्ष प्रमाण है। समस्त सिक्ख समाज एक सुर से अभियुक्तों से ऐसे राजनीतिक गठजोड़ और गढबंधन की भर्त्सना करता है। सिक्ख समुदाय का प्रदेश के विकास में सदैव से अग्रीण योगदान रहा है परन्तु बाबा साहनी आत्महत्या प्रकरण में जिस प्रकार से शासन द्वारा दबाव में उदासीन रवैया अपनाया जा रहा है वह अत्यन्त दुखद है। साहनी परिवार पर निरन्तर खतरा बना हुआ है और अभियुक्तगण को खुलेआम राजनैतिक संरक्षण मिल रहा है। प्रार्थीगण प्रशासन से मांग करते है कि वह ऐसे किसी भी प्रभाव में न आकर न केवल बाबा सहानी के परिवार को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करना सुनिश्चित करे व साथ ही निष्पक्ष जांच पूर्ण कर बिना प्रभावित हुए आरोप पत्र दाखिल करे तथा अभियुक्तगण को जल्द से जल्द न्यायालय से सजा दिलाये अन्यथा समस्त व्यापारी वर्ग, सिक्ख समाज अपने प्रति हो रहे अन्याय के चलते बड़े आन्दोलन करने हेतु बाध्य होंगे।