अपराध पर सख्त हुए सीएम धामी ने कहा डीजीपी का अल्टीमेटम 3 दिन में नहीं हुए आपराधिक वारदातों के खुलासे तो नपेंगे संबंधित क्षेत्र के पुलिस अफसर

राज्य में पिछले कुछ समय में हुई आपराधिक वारदातों ने पुलिस के खौफ़ को चुनौती दी है, इन घटनाओं को लेकर सीएम धामी ने भी गंभीरता दिखाई है। सीएम धामी ने इन घटनाओं को लेकर सख्त रुख दिखाया है। प्रदेश में कानून व्यवस्था के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त निर्देश दिये हैं कि पिछले दिनों हुई कतिपय घटनाओं का खुलासा जल्द से जल्द किया जाए। सीएम धामी ने डीजीपी अशोक कुमार को साफ शब्दों में कहा है कि अपराधों पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार सख्त है, और अपराध पर नियंत्रण के साथ ही घटनाओं के खुलासे को लेकर भी तत्परता दिखाई जानी चाहिए ताकि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके। उन्होंने लापरवाही बरतने वाले पुलिस अफसरों पर भी आवश्यकता पर एक्शन रुख दिखाया है।

सीएम धामी के सख्त रुख और निर्देशों के आधार पर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने भी कड़ा और गंभीर रवैया अपनाया लिया है। डीजीपी अशोक कुमार द्वारा पिछले दिनों ऊधमसिंहनगर के काशीपुर में खनन कारोबारी की हत्या, डोईवाला में हुई डकैती एवं जनपद हरिद्वार में पुलिसकर्मियों पर हुई फायरिंग के खुलासे हेतु संबंधित क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों को 3 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है। डीजीपी अशोक कुमार ने साफ कहा है कि अगर तीन दिन में इन घटनाओं का खुलासा न होने पर संबंधित थाना प्रभारी एवं सीओ यानी पुलिस क्षेत्राधिकारी को हटा दिया जाएगा।

इतना ही नहीं घटनाओं का खुलासा नहीं होने पर संबंधित जिलों के पुलिस कप्तानों को अपराध नियंत्रण में नाकाम माना जायेगा, यानी सीधे तौर पर पुलिस कप्तानों की कार्यकुशलता और कार्यशैली पर ये एक प्रकार का प्रश्नचिन्ह खड़ा हो सकता है। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि संबंधित जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को भी उपरोक्त घटनाओं के जल्द खुलासे न होने पर अपराध नियंत्रण में नाकाम माना जाएगा।

दरअसल पिछले दिनों हुई इन घटनाओं और कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की गहरी साजिश जैसे मामले सामने आने के बाद राज्य में अपराधियों के हौसले बुलंद होने की चर्चाएं होने लगी हैं। मंत्री सौरभ बहुगुणा के मामले में हालांकि हत्या की साजिश और सुपारी लेने वाले आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं लेकिन धामी सरकार ने इस साजिश की तह तक जाने के लिए एसआईटी गठित की है, क्योंकि अगर मंत्री सौरभ बहुगुणा का नेटवर्क मजबूत ना होता और वे सावधानी ना बरतते तो कुछ भी परिणाम हो सकता था। इन सभी घटनाओं को लेकर सीएम धामी ने सख्त रुख अपनाया है। अबतक प्रदेश से संबंधित राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय आपराधिक घटनाओं और साइबर क्राइम की तमाम घटनाओं का सफलतापूर्वक वर्कआउट करके अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा चुकीं उत्तराखंड पुलिस के लिए भी पिछले दिनों की कुछ बड़ी घटनाएं एक चुनौती बने हुए हैं।

 

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