आशुतोष शाही मर्डर केस के मुख्य आरोपी मंटू शर्मा और शूटर गोविंद को बिहार एसटीएफ ने तमिलनाडु के रामेश्वरम से धर दबोचा है। हत्या को अंजाम देने के बाद दोनो दिल्ली से मुंबई और फिर चेन्नई चले गए थे।
मुजफ्फरपुर के चर्चित आशुतोष शाही हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुख्यात मंटू शर्मा और शूटर गोविंद को बिहार एसटीएफ ने तमिलनाडु के रामेश्वरम से गिरफ्तार किया है। दोनों वहां रूप बदलकर छिपे हुए थे। दोनों को रामेश्वरम से ट्रांजिड रिमांड पर बिहार लाया जा रहा है। इसकी पुष्टि बिहार एसटीएफ की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर की गई है। मुजफ्फरपुर की घटना को अंजाम देने के बाद दोनों दिल्ली चले गए थे और वहां से मुंबई फिर वहां से चेन्नई गए थे
मंटू की गिरफ्तारी के बाद उसके गोबरसही स्थित आवास पर सुबह से लोगों की भीड़ जुट गई थी। गोबरसही में उसका भाई नवीन रहता है। मंटू के करीबियों ने सुबह से ही उसकी गिरफ्तारी की सूचना प्रेस कर्मियों को देने लगे थे। इसके बाद सोशल मीडियो पर उसकी गिरफ्तारी की एक तस्वीर भी वारयल होने लगी। तब बिहार एसटीएफ की ओर से उसकी गिरफ्तारी को लेकर प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई। बिहार एसटीएफ ने बताया है कि मंटू शर्मा और गोविंद पर पटना से लेकर मुजफ्फरपुर और सूबे के अलग-अलग जिलों में 15 से अधिक हत्या, रंगदारी, गोलीबारी, आर्म्स एक्ट एवं अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं। गोविंद बीते पांच साल से फरार चल रहा था। जबकि मंटू शर्मा रंगदारी के एक मामले में बीते साल नवंबर में शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा से जमानत पर बाहर आया था। मंटू शर्मा मूल रूप से छपरा के परसा का निवासी है। जबकि गोविंद मुजफ्फरपुर में मनियारी थाना के सिलौत गजपति गांव का निवासी है। दोनों के नाम का इश्तेहार जारी कराने के लिए पुलिस की ओर से न्यायालय में अर्जी दाखिल की जा चुकी थी। आपको बता दें बीती 21 जुलाई को प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही की हत्या लकड़ीढाई रोड में वकील सैयद कासिम हसन उर्फ डॉलर के आवास पर गोलियों से भूनकर कर दी गई थी। इसमें पुलिस ने पूर्व वार्ड पार्षद शेरू अहमद और हॉस्पिटल संचालक विक्रांत कुमार उर्फ विक्कू शुक्ला को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जबकि पुलिस अभिरक्षा में वकील डॉलर का इलाज चल रहा है। कोर्ट ने वकील की गिरफ्तारी पर रोक लगा रखी है।