देहरादून में महिला सुरक्षा को लेकर हाल ही में आई एक निजी सर्वे रिपोर्ट ने हड़कंप मचा दिया है। पी वैल्यू एनालिटिक्स नामक डेटा साइंस कंपनी द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि देहरादून देश के 10 सबसे असुरक्षित शहरों में शामिल है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे।हालांकि, देहरादून पुलिस ने इस रिपोर्ट को तथ्यों से परे बताया है और अब इस पूरे मामले में कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।
पुलिस ने की जांच की पहल
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने इस मामले की जांच का जिम्मा एसपी ऋषिकेश को सौंपा है। एसपी ने रिपोर्ट में दिए गए तथ्यों और आंकड़ों की सच्चाई जानने के लिए संबंधित कंपनी को नोटिस भेजा है।
कंपनी के फाउंडर को भेजा नोटिस
नोटिस कंपनी के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रहलात राउत को जारी किया गया है। इसमें साफ कहा गया है कि उन्हें तीन दिन के भीतर पुलिस के सामने पेश होकर यह बताना होगा कि सर्वे में किन स्रोतों और आंकड़ों का उपयोग किया गया है।
पुलिस का रुख
देहरादून पुलिस का कहना है कि—
- रिपोर्ट में दिए गए तथ्य और आंकड़े सरकारी डेटा से मेल नहीं खाते।
- इस रिपोर्ट के चलते शहर की छवि को नुकसान पहुंचा है।
- जांच के बाद ही तय किया जाएगा कि कंपनी के खिलाफ किस तरह की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
क्यों है यह मामला अहम?
महिला सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है और इस तरह की रिपोर्टें समाज में असुरक्षा का भाव पैदा करती हैं। इसलिए पुलिस इस मामले को हल्के में नहीं ले रही। एसएसपी अजय सिंह का कहना है कि “जनता को भ्रामक आंकड़े प्रस्तुत करना न केवल गलत है, बल्कि यह लोगों के विश्वास के साथ खिलवाड़ भी है।”
जनता की उम्मीदें
देहरादून जैसे तेजी से विकसित हो रहे शहर में यह घटना आम जनता के लिए भी चिंता का विषय है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि पुलिस जल्द ही इस मामले में सच्चाई सामने लाएगी और यदि किसी ने जानबूझकर गलत रिपोर्ट जारी की है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।