चौखंबा पर्वत पर दो विदेशी महिला पर्वतारोहियों को ढूंढने के लिए रेस्क्यू अभियान जारी है। सेना के हेलिकॉप्टर से आज शनिवार को एसडीआरएफ के चार जवानों को चौखंबा बेस कैंप पर उतारा गया। यहां बेस कैंप में टीम को टेंट और स्लीपिंग बैग मिला है।
ज्योर्तिमठ सेना के हेलीपैड से वायु सेना व एसडीआरएफ की संयुक्त टीम के द्वारा पहले राउंड का सर्च अभियान करने के बाद सफलता नहीं मिली। अब दूसरी बार का सर्च ऑपरेशन जारी है।उत्तराखंड के चमोली में चौखंबा-थ्री ट्रैकिंग पर गई दो विदेशी महिला पर्यटक वहां फंस गईं।
शुक्रवार को वायु सेना के दो हेलीकॉप्टरों ने क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया, लेकिन उनकी लोकेशन नहीं मिल पाई।वन विभाग ने एसडीआरएफ से हेलिकॉप्टर भेजकर सर्च अभियान चलाने के लिए मदद मांगी। जबकि जिला प्रशासन के अनुरोध पर एनडीआरएफ की टीम भी सर्च अभियान के लिए देहरादून से रवाना हुई।
6995 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चौखंबा पर्वत-थ्री के आरोहण के लिए ब्रिटिश नागरिक फायजने मान्नेरस (27) व यूएसए नागरिक मिचेल थेरेसा देवोरोक (23) इंडियन काउंट ट्रेनिंग एसोसिएशन से अनुमति लेकर चौखंबा ट्रैकिंग पर गए थे। उनके पास 11 सितंबर से 18 अक्तूबर तक की अनुमति है।
तीन अक्तूबर शाम को चौखंबा पर चढ़ाई के दौरान उनका सामान व अन्य उपकरण बैग सहित खाई में गिर गए। जिससे वे बर्फ से ढके चौखंबा पवर्त पर फंस गए। महिला पर्यटकों ने पेजर से अपनी एंबेसी से संपर्क किया।
जिसके बाद चमोली जिला प्रशासन ने वायुसेना से सर्च अभियान चलाने का अनुरोध किया।
शुक्रवार सुबह वायुसेना के दो चेतक हेलिकॉप्टरों ने सरसावा (सहारनपुर) एयरबेस से उड़ान भरी और बदरीनाथ से लगी चौखंबा-थ्री चोटी पर सर्च अभियान चलाया। काफी खोजबीन के बाद भी लापता पर्यटकों का पता नहीं चल पाया है।
बृहस्पतिवार शाम को विदेशी पर्यटकों के चौखंबा में फंसने की सूचना मिली थी। जिस पर शुक्रवार सुबह वायुसेना से सर्च अभियान के लिए अनुरोध किया गया। वायु सेना के दो हेलिकॉप्टरों ने सर्च अभियान चलाया। लेकिन कामयाबी नहीं मिली। आज फंसे पर्यटकों को निकालने का प्रयास किया जाएगा।
– संदीप तिवारी, जिलाधिकारी चमोली