प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी ने कहा चारधाम राजमार्ग विकास योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री द्वारा की गई, जिसे ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के नाम से भी जाना जाता

देवभूमि उत्तराखंड अपना 24वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी ने बताया की 24 साल के युवा प्रदेश में पुष्कर धामी का युवा नेतृत्व मिलने के बाद से राज्य चहुंमुखी विकास की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड के प्रति विशेष लगाव ने राज्य में होने वाली विकास की रफ्तार बढ़ा दी है। राज्य की नीव तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा रखी गई थी, जिसे अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संवारा जा रहा है। हाल में ही पीएम नरेन्द्र मोदी के निर्देशन और सीएम पुष्कर धामी के मार्गदर्शन में राज्य को जमरानी और लखवाड़ बांध परियोजना का तोहफा मिला है, यूं ही विकास कार्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।

उत्तराखंड स्थापना दिवस पर बोलते हुए उन्होंने बताया कि हर उत्तराखंडी ने अपनी संस्कृति, परंपरा और विरासत को महत्व दिया है। यह दिन हर प्रदेशवासी के लिए एकता और गर्व का प्रतीक होता है, जिसे लोग मिलकर अपने प्रेम और श्रद्धा से इसे मनाते हैं, जिससे राज्य के प्रति अपनापन का अनुभव होता है। उन्होंने बताया की 53,483 वर्ग कि.मी. क्षेत्रफल वाले राज्य, जिसमें पहाड़ी जलवायु और प्राकृतिक सुंदरता के साथ ही संस्कृति और परम्पराओं का विशेष महत्व है।

प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी ने बताया कि उत्तराखंड के बनने के बाद, राज्य में विकास कार्यों को महत्वपूर्ण धारा से ध्यान में रखा गया है। राज्य सरकार ने अन्याय और सामाजिक विकास के क्षेत्र में सुधार करने के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं। उन्होंने बताया शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी मात्रा में निवेश किया गया है। राज्य सरकार ने स्कूलों और कॉलेजों की इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया है और शिक्षा के स्तर को उच्च किया है। वही स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए नए अस्पताल, क्लिनिक्स, और स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए गए हैं। आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना के तहत लोगों के लिए मुफ्त उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है। वही उन्होंने बताया कि पर्यटन उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है। राज्य में प्राकृतिक सौंदर्य को ध्यान में रखते हुए पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए साहसिक पर्यटन और तीर्थाटन को विकसित किया गया। वही जल संसाधन के प्रबंधन में सुधार के लिए कई नई परियोजनाएँ शुरू की गई हैं। पेयजल और सिंचाई की व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है, ताकि कृषि और पानी की सुरक्षा में सुधार हो सके। साथ ही युवाओं को सरकार द्वारा राजकीय और गैर राजकीय क्षेत्रों में विभिन्न माध्यमों से रोजगार से जोड़ा जा रहा है। राज्य की जनता के लिए उपयुक्त मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं, जिससे राज्य का सामाजिक और आर्थिक स्थिति सुधारी जा सके।

वही प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि ₹16216 करोड़ की लागत से तैयार हो रही 125 किमी लंबी इस रेल परियोजना में ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक 105 किमी रेल लाइन 17 सुरंगों के भीतर से होकर गुजरेगी। वर्तमान में परियोजना के नौ पैकेज पर काम चल रहा है। जिससे सीधे तौर पर राज्य के निवासियों के साथ साथ पर्यटन और तीर्थाटन को लाभ मिलेगा। वही उन्होंने बताया कि मध्य हिमालयी क्षेत्र गढ़वाल और कुमाऊं को उत्तराखंड कहा गया है, पुराणों में गढ़वाल को केदारखंड तो कुमाऊं मंडल को मानसखंड के रूप में जाना गया है। धामी सरकार अब पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गढ़वाल के चार धाम की तर्ज पर कुमाऊं के मंदिरों को विकसित करना चाहती है। इसके लिए मानसखंड कॉरिडोर नाम से प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है, जिसे मंदिरमाला प्रोजेक्ट भी कहा जा रहा है। इसके तहत कुमाऊं के प्रमुख मंदिरों को बेहतर सड़कों से कनेक्ट किया जाएगा, गढ़वाल और कुमाऊं के बीच रोड कनेक्टिविटी भी सुधारी जाएगी।

प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि चारधाम राजमार्ग विकास योजना की शुरुआत यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई, जिसे ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के नाम से भी जाना जाता है, इस योजना का उद्देश्य देश-विदेश के लोगों के लिए उत्तराखंड स्थित चारों धाम केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाना है। वहीं दूसरी तरफ इसका एक और महत्वपूर्ण पहलू देश की सुरक्षा से भी जुड़ा है, इस योजना की शुरुआत से ही रक्षा विशेषज्ञों को इस प्रोजेक्ट में केवल चार धाम यात्रा नहीं, बल्कि सामरिक दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण पहलू नजर आने लगा था। खासतौर से चाइना बॉर्डर पर भारतीय सेना को मजबूती देने के लिए यह प्रोजेक्ट एक मील का पत्थर साबित हुआ है। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार के आने के बाद हिमालय क्षेत्र के लिए यह सबसे बड़ा प्रोजेक्ट रहा है। वही धामी सरकार द्वारा निवेशकों को उत्तराखंड लाने के लिए इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देश विदेश से निवेशक उत्तराखंड में निवेश करेंगे, जिससे युवाओं को रोजगार प्रदान करने के साथ ही राज्य की आर्थिकी में बढ़ोतरी होगी।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि लोकप्रिय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के युवा नेतृत्व में कठोर नकल विरोधी कानून लाई है, जिसमें सीएम धामी ने प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रतिभाग करने प्रतिभागियों के हित के लिए पास करवाया है। जिसमें नकल माफिया को आजीवन कारावास या दस साल की जेल के साथ दस करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने का प्रावधान है। इसके अलावा नकल माफिया की संपत्ति जब्त करने का भी प्रावधान है। वही राज्य की वन भूमि से कब्जा हटाने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अभियान छेड़ा है, राज्य में 11 हजार से ज्यादा हेक्टेयर भूमि पर अवैध कब्जा है, अतिक्रमण मुक्त करने के उद्देश्य से राज्य सरकार तेजी से कार्य कर रही है। साथ ही देश का पहला राज्य उत्तराखंड है जहां यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने के लिए समिति की कुछ अहम सिफारिशें हैं। माना जा रहा है कि यूसीसी में महिलाओं को समान अधिकार दिए जाने पर फैसला हो सकता है। इसके तहत हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई समेत किसी भी धर्म से ताल्लुक रखने वाली महिला को परिवार और माता पिता की संपत्ति में समान अधिकार मिलेगा।

उत्तराखंड में धर्मांतरण को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी सरकार ने ठोस कदम उठाते हुए गैर-जमानती अपराध बनाने के लिए अधिकतम 10 साल के कारावास की सजा का प्रावधान बनाया है। जिसके बाद से प्रदेश में धर्मांतरण को बढ़ावा देने वालों पर शिकंजा कसने का कार्य किया जा रहा है। वही इन्वेस्टर समिट को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी लगातार देश और विदेश के निवेशकों से मुलाकात कर एमओयू कर रहें हैं। अब तक सीएम धामी के प्रयासों से ₹94 हजार करोड़ के निवेश के लिए एमओयू किए हैं, सरकार द्वारा ढाई लाख करोड़ निवेश का लक्ष्य रखा गया है।

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