चारधाम यात्रा के दूसरे चरण की तैयारियों के बीच केदारनाथ धाम के लिए आज से हेली सेवा शुरू कर दी गई है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकड़ा) और डीजीसीए (DGCA) की टीमों ने हेली सेवा संचालन से पहले गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा हेलीपैड का निरीक्षण किया। पायलटों और तकनीकी उपकरणों की जांच के बाद ही यात्रियों के लिए सेवा को हरी झंडी दी गई। हेली सेवा संचालन के लिए छह कंपनियों के सात हेलिकॉप्टर विशेष हेलीपैड पर तैनात किए गए हैं। यह सेवा श्रद्धालुओं को तेजी से और सुरक्षित रूप से केदारनाथ धाम पहुँचाने में मदद करेगी। यूकड़ा के सीईओ आशीष चौहान ने बताया कि “हेली सेवा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। मौसम खराब रहने पर उड़ानों की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
डीजीसीए की टीम ने हेलीपैड, उड़ान मार्ग और हेलिकॉप्टरों के तकनीकी मानकों की कड़ी जांच की। इसके अलावा पायलटों की उड़ान क्षमता और आपातकालीन प्रोटोकॉल का भी परीक्षण किया गया। अधिकारियों का कहना है कि यह कदम केवल सुविधा के लिए नहीं बल्कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी बेहद जरूरी था।हेली सेवा शुरू होने से श्रद्धालुओं को पैदल मार्ग की कठिनाइयों और मौसम की अनिश्चितताओं से राहत मिलेगी। खासकर बुजुर्ग और स्वास्थ्य संबंधी कारणों से यात्रा करने में असमर्थ श्रद्धालुओं के लिए यह सेवा वरदान साबित होगी।
यात्रियों के लिए चेतावनी भी जारी की गई है कि खराब मौसम या किसी आपात स्थिति में हेली उड़ान रद्द की जा सकती है। यूकड़ा अधिकारियों ने कहा कि “हमारी प्राथमिकता हमेशा यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा रही है। इसके लिए सभी मानकों और प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाएगा।”चारधाम यात्रा के इस चरण में हेली सेवा का संचालन न केवल श्रद्धालुओं की यात्रा को आसान बनाएगा बल्कि क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।