देहरादून: उत्तराखण्ड में इस साल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 2.20 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद करने का लक्ष्य रखा गया है साथ ही गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2015 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया गया है। आपको बता दें की गेंहू खरीद केन्द्र पर गेंहू की खरीद एक अप्रैल से शुरू होगी। उत्तराखण्ड सरकार ने रबी विपणन सत्र 2022-23 के लिए मूल्य समर्थन योजना के तहत गेहूं खरीद नीति जारी की है। गेहूं खरीद के लिए उत्तराखण्ड में 241 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 47 गढ़वाल मंडल और 194 कुमाऊं मंडल में हैं।
प्रदेश के लिए गेहूं की कुल वार्षिक आवश्यकता 2,20,587 मीट्रिक टन है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्य के लिए गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है। खरीद एक अप्रैल से प्रारंभ होकर 31 मई तक चलेगी। जरूरत के मुुताबिक जिलाधिकारियों एवं संभागीय खाद्य नियंत्रकों की संस्तुति पर खरीद अवधि को 30 जून तक बढ़ाया जा सकेगा लेकिन इसके लिए शासन से अनुमति लेनी होगी।
गेहूं खरीद के लिए छह एजेंसियां खाद्य विभाग, उत्तराखंड राज्य सहकारी विपणन संघ, भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ मर्यादित (एनसीसीएफ) नेफेड, उत्तराखंड प्रादेशिक कोआपरेटिव यूनियन व उत्तराखंड उपभोक्ता सहकारी संघ बनाई गई हैं। खाद्य सचिव ने बताया कि गेहूं खरीद का पूरा कार्य ई.खरीद पोर्टल पर अनिवार्य रूप से किया जाएगा। पंजीकृत किसानों का ई.खरीद पोर्टल पर आनलाइन सत्यापन होगा। गेहूं खरीद का कार्य किसी भी तरह प्रभावित न हो इसके लिए जिलाधिकारियों व क्रय संस्थाओं को निर्देश दिए गए हैं।