देहरादून / राज्य की जनता को मुफ्त इलाज दिये जाने वाली आयुष्मान योजना के मानकों का सही तरह से पालन नहीं करने पर राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने छह निजी अस्पतालों को इस योजना से बाहर कर दिया है। आपको बता दें कि इसमें देहरादून व ऊधमसिंह नगर जिले के दो-दो और नैनीताल व टिहरी का एक-एक अस्पताल शामिल है।
गौरतलब है कि इन अस्पतालों को योजना के तहत मिलने वाले इलाज के लिए सभी पैकेज लेने को कहा गया था पर मरीजों को चुनिंदा पैकेज के तहत ही इलाज की सुविधा मिल पा रही थी। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने अस्पतालों को सभी पैकेज लेने के मामले में नोटिस भी भेजा था बावजूद इसके अस्पतालों ने सभी पैकेज नहीं लिए। अब इन अस्पतालों में आयुष्मान योजना के तहत निःशुल्क और कैशलेस इलाज नहीं हो पाएगा।
उत्तराखण्ड में आयुष्मान योजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुणेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आयुष्मान योजना के अर्न्तगत मरीजों को सभी सुविधाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन कई अस्पताल सुविधाएं होने के बावजूद इस योजना के अर्न्तगत चुनिंदा पैकेज ही ले रहे हैं। ऐसा करने से मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ऐसे अस्पतालों को बाहर किया गया है। अस्पतालों को योजना के तहत कवर होने वाली सभी बीमारियों का इलाज देने को कहा गया है।
आवश्यक कार्यवाही करते हुये आयुष्मान योजना से देहरादून के कंबाइंड मेडिकल इंस्टीट्यूट और सुंदर मोहन डेंटल केयर एंड रूट कैनाल सेंटर, उधमसिंहनगर के गहतोड़ी हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर व किशोर हास्पिटल, नैनीताल के उषा बहुगुणा अल्फा हेल्थ इंस्टीट्यूट,औरटिहरी के क्रिश्चियन हास्पिटल चंबा को आयुष्मान योजना से बाहर कर दिया गया है।