प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल बुध्द पूर्णिमा के शुभ अवसर पर एक दिवसीय यात्रा के लिए नेपाल के लुंबिनी पहुंचेंगे। जहां से वे दुनिया को विश्व शांति का संदेश देंगे। नेपाल यात्रा पर जाने से पहले आज पीएम मोदी ने कहा कि नेपाल के साथ हमारे संबंध अद्वितीय हैं। पीएम शेर बहादुर देउबा से फिर मिलने का उत्सकु हूं। वर्ष 2019 में फिर से प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की यह पहली नेपाल यात्रा होगी। अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने चार बार नेपाल का दौरा किया था। भगवान बुद्ध का जन्मस्थान लुंबिनी यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट में से एक है।
लुंबिनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी को बौद्ध विश्वविद्यालय की ओर से डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की जाएगी। ये उपाधि पाने वाले वे पहले भारतीय पीएम बनेंगे। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भारत नेपाल के बीच सभ्यतागत और लोगों के संपर्क से हमारे घनिष्ठ संबेधों की स्थायी इमारत बनाते हैं। नेपाल के साथ हमारे संबंध अद्वितीय हैं। पीएम ने कहा कि पिछले महीने पीएम देउबा की भारत यात्रा के दौरान हमारी सार्थक चर्चा के बाद मैं उनसे फिर से मिलने की प्रतीक्षा कर रहा हूं। हम कई क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करने के लिए अपनी साझा समझ का निर्माण करना जारी रखेंगे।
पीएम मोदी छह घंटे बिताएंगे लुंबिनी
प्रधानमंत्री कल लुंबिनी में महामया देवी मंदिर में विशेष पूजा अर्चना करने के बाद भारतीय मठ का लोकार्पण करेंगे साथ ही वह भगवान गौतम बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी में छह घंटे बिताएंगे। इस दौरान वह अंतरराष्ट्रीय सभागार भवन में लगभग पांच हजार लोगों को संबोधित करेंगे।
पीएम मोदी बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर भी जाएंगे
बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पीएम मोदी बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी और महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में भी जाएंगे । म्यांमार बुद्धविहार के सभागार में डीएम एस राजलिंगम ने बताया कि हेलीपैड पर उतरकर प्रधानमंत्री कार से मुख्य महापरिनिर्वाण मंदिर गेट तक पहुंचेंगे। वहां गेट से पुरातत्व नियमों का पालन करते हुए मंदिर जाएंगे और भगवान बुद्ध की लेटी प्रतिमा की विशेष पूजा-अर्चना कर चीवर चढ़ाएंगे। वह दो से पांच मिनट तक मंदिर में ही मेडीटेशन (ध्यान) भी करेंगे ।