अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार कश्मीर पहुंच रहे पीएम मोदी, निगरानी के लिए ड्रोन, क्वाडकॉप्टर आदि तकनीक का इस्तेमाल

 अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज होने वाली रैली को लेकर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। श्रीनगर शहर को ड्रोन और क्वाडकॉप्टर के संचालन के लिए अस्थायी रेड जोन घोषित कर दिया गया है। झेलम नदी में मार्कोस कमांडो तैनात कर दिए गए हैं। रैली स्थल बख्शी स्टेडियम बहुस्तरीय सुरक्षा घेरे में है। रैली के दौरान पीएम मोदी 6400 करोड़ की 52 विकास परियोनाओं का शुभारंभ व लोकार्पण करेंगे। अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर में हो रही प्रधानमंत्री की रैली पर सभी की निगाहें हैं। चाहे वह आम नागरिक हो या फिर राजनीतिक दल। नेकां, पीडीपी, कांग्रेस समेत अन्य पार्टियां भी रैली में दिए गए संदेश पर निगाहें बनाए हुए हैं। राजनीतिक पार्टियों का मानना है कि उनकी रैली से कश्मीर के लोगों के दिलोदिमाग पर असर पड़ सकता है।

रैली के दौरान वह लाभार्थियों के जरिये ही कश्मीर तथा कश्मीर की अवाम को विकास की कहानियों का संदेश दे सकते हैं। केंद्र की योजनाओं का लाभ उठाते हुए कैसे किसानों, महिलाओं, युवाओं के जीवन में खुशहाली आई, इस बारे में भी अनुभव साझा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री के संबोधन में आतंकवाद व अलगाववाद के दंश से कश्मीर को छुटकारा प्रमुख एजेंडा हो सकता है। वह यह बताने की कोशिश कर सकते हैं कि कश्मीर में अब शांति है। सभी ओर खुशहाली है। हड़ताल का कैलेंडर बंद हो गया है। अब स्कूल-कॉलेज, दुकानें नियमित रूप से खुलने लगी हैं। लोगों की जीविका पर किसी प्रकार का नकारात्मक असर नहीं पड़ रहा है। पत्थरबाजी बंद हो गई है। पुलिस से झड़पें भी बंद हो गई हैं। जो हाथ पत्थरबाजी करते थे वह अब लैपटॉप और कंप्यूटर चलाकर न केवल अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं, बल्कि जम्मू-कश्मीर के विकास में योगदान कर रहे हैं।

पीएम मोदी दोपहर 12 बजे बख्शी स्टेडियम में रैली के दौरान ‘विकसित भारत, विकसित जम्मू-कश्मीर’ कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। जम्मू-कश्मीर में कृषि-अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने के लिए लगभग 5000 करोड़ रुपये के कार्यक्रम ‘समग्र कृषि विकास कार्यक्रम’ राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वह स्वदेश दर्शन और प्रसाद (तीर्थयात्रा कायाकल्प व आध्यात्मिक, विरासत संवर्धन ड्राइव) योजना के अंतर्गत 1400 करोड़ रुपये से अधिक राशि की पर्यटन क्षेत्र से संबंधित कई परियोजनाओं का शुभारंभ भी करेंगे। इसमें हजरतबल तीर्थ का एकीकृत विकास, श्रीनगर परियोजना भी शामिल है। रैली के दौरान लोगों की आवाजाही को रोकने के लिए कई स्थानों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। निगरानी के लिए ड्रोन, क्वाडकॉप्टर, यूएवी, हेलीकॉप्टर और सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। कार्यक्रम स्थल के आसपास दो किलोमीटर के दायरे में सुरक्षाबलों की पैदल गश्त तेज कर दी गई है।

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