देहरादून: उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसों के लिए अब डीजल इंडियन आयल कारपोरेशन कंपनी से नहीं बल्कि निगम निजी पेट्रोल पंपों से डीजल की खरीद करेगा। आपको बता दें यह फैसला परिवहन मुख्यालय ने थोक में बाजार से अधिक डीजल की कीमतों को देखते हुए लिया है बताया जा रहा है कि बाजार के पंपों पर डीजल वर्तमान में 87.80 रुपये है जबकि आयल कंपनी से सीधे खरीद में डीजल सात.आठ रुपये प्रति लीटर महंगा पड़ रहा। मुख्यालय ने उत्तराखण्ड के सभी डिपो प्रबंधकों को आदेश दिए हैं कि अब डीजल की खरीद वर्कशाप के करीब के निजी पेट्रोल पंप से की जाए।
परिवहन निगम के समस्त वर्कशाप में अपने पेट्रोल पंप है जिनसे रोडवेज बसों और अधिकारियों के सरकारी वाहनों में डीजल भरा जाता है। बताया गया कि पिछले दिनों आयल कंपनियों द्वारा तेल की कीमतों में की गई वृद्धि से निगम के सामने संकट पैदा हो गया है इसकी वजह है कि आयल कंपनियों ने थोक की कीमतें बेतहाशा बढ़ाई हैं। अब मुख्यालय से आदेश जारी होने के बाद सभी डिपो में कंपनी से सीधे डीजल की खरीद बंद कर दी गई है।
इसके बाद कल शाम तक रोडवेज के जयादातर पेट्रोल पंपों में डीजल खत्म हो चुका है जबकि बाकी में मंगलवार तक डीजल खत्म हो जाएगा। मुख्यालय ने बस चालकों को भी बता दिया है कि थोक में डीजल अधिक कीमतों में मिलने पर अब निगम फुटकर में डीजल की खरीद करेगा। निजी पेट्रोल पंप से बसों में तेल भरवाने की व्यवस्था की जा रही है। अचानक थोक में डीजल महंगा हो गया है जबकि फुटकर बाजार में उसी कीमत पर डीजल मिल रहा।
दीपक जैन,रोडवेज महाप्रबंधक (तकनीकी एवं संचालन)