बरेली में प्रेमनगर के अशोक इलेक्ट्रिकल्स एवं होम डेकोर पर शुक्रवार दोपहर जीएसटी की विशेष अनुसंधान शाखा रेंज बी ने छापा मारा। देर रात तक जारी कार्रवाई में 30 लाख रुपये की कर चोरी पकड़ी गई। कारोबारी ने भूल स्वीकार करते हुए मौके पर ही 15 लाख रुपये जमा किए। शेष 15 लाख रुपये जमा करने के लिए उसने सात दिनों का समय मांगा है।
एडिशनल कमिश्नर ग्रेड वन ओपी चौबे के अनुसार कर चोरी की सूचना के बाद दस्तावेजों की जांच की गई। प्रतिष्ठान से जुड़े आंकड़ों के विश्लेषण में मिला कि व्यापारी प्रतिवर्ष 15 करोड़ से अधिक का व्यापार कर रहा था। अत्यधिक मूल्य संवर्धन वाले माल का व्यापार करने के बावजूद देय कर का समायोजन आईटीसी से कर रहा था।
पोर्टल पर व्यापारिक विवरण की जांच में पाया कि व्यापारी ने दिल्ली में सरकुलर ट्रेडिंग के माध्यम से कर चोरी के उद्देश्य से पंजीकृत बोगस फर्मों से खरीद दिखाई है। साथ ही त्रुटिपूर्ण आईटीसी क्लेम करते हुए उसका समायोजन देय कर में किया। अभी स्टाक और अभिलेखों के आधार पर शेष देय कर का आकलन किया जा रहा है।