उत्तराखंड में पहली बार शुरू होने जा रही जी-20 के आयोजन को लेकर केंद्र और राज्य सरकार दोनों गंभीर हैं। कुमाऊं मंडल के रामनगर में 28, 29 और 30 मार्च को जी-20 सम्मेलन की बैठक होनी है। रामनगर में जी-20 सम्मेलन की बैठक के दौरान स्वास्थ्य बिगड़ने पर इमरजेंसी में मेहमानों को उपचार के लिए हेलीकॉप्टर से सीधा एम्स लाया जाएगा। एम्स से तीन सदस्यीय हेली इवेक्यूएशन टीम रामनगर के लिए रवाना हो गई है। टीम 28, 29 और 30 मार्च को रामनगर में ही रहेगी।
उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सुविधा की व्यवस्था
यहां बैठक में शामिल होने वाले विदेशी मेहमानों के लिए उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सुविधा की व्यवस्था की गई है। हेली इमरजेंसी मेडिकल सर्विस के प्रभारी और हेली एंबुलेंस सेवा के नोडल अधिकारी डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि एम्स की हेली इवेक्यूएशन टीम को रामनगर भेजा गया है।
सरकार मुहैया करा रही हेलीकॉप्टर
हेली इवेक्यूएशन सुविधा के लिए प्रदेश सरकार की ओर से हेलीकॉप्टर मुहैया कराया गया है। सुविधा का पूरा खर्च प्रदेश सरकार की ओर से वहन किया जाएगा। वहीं, चिकित्सकीय सुविधा एम्स की ओर से दी जा रही है। हेली इवेक्यूएशन टीम में ट्रॉमा विभाग से डॉ. अग्निवा, वरिष्ठ नर्सिंग अफसर महेश देवास्थलय और नर्सिंग अफसर डॉ. शशिकांत शामिल हैं। यह टीम हेली एंबुलेंस सेवाओं के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षित है। बताया कि स्वास्थ्य बिगड़ने पर इमरजेंसी की स्थिति में हेली इवेक्यूएशन टीम बीमार को स्थिर रखते हुए एम्स तक पहुंचाएगी। हेली इवेक्यूएशन टीम एम्स की ट्रॉमा टीम के साथ संपर्क में रहेगी। बीमार के अस्पताल पहुंचने से पहले उसके स्वास्थ्य की जानकारी लेकर उपचार की तैयारी शुरू कर दी जाएगी। एम्स पहुंचने के साथ तत्काल मरीज का उपचार शुरू कर हो जाएगा।