काबुल : अफगानिस्तान के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। आपको बता दें कि अप्रैल की शुरुआत में काबुल में स्थित सबसे बड़ी मस्जिद में जुहर की नमाज के दौरान हथगोला फेंका गया था जिसके फटने से छह लोग घायल हो गए थे। पहले भी काबुल में स्कूलों को निशाना बनाया जा चुका है आपको मालूम हो कि 8 मई 2021 को स्कूल के पास हुए ब्लास्ट में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे वहीं 14 नवंबर को काबुल के शिया इलाके में धमाके से छह लोगों की मौत हुई थी।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सिलसिलेवार बम धमाको की वजह से बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने की आशंका है। अफगान सुरक्षा और स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार पश्चिमी काबुल में एक हाई स्कूल में हुए तीन धमाकों की वजह से कई लोगों के मारे जाने की खबर है। यहां के कई निवासी शिया हजारा समुदाय के हैं जिन्हें एक जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यक माना जाता है। इन समुदाय के लोगों को अक्सर इस्लामिक स्टेट सहित सुन्नी आतंकवादी समूहों द्वारा निशाना बनाया जाता रहा है।
काबुल पुलिस के प्रवक्ता खालिद जरदान ने कहा कि हाई स्कूल में तीन विस्फोट हुए हैं शहर के आपातकालीन अस्पताल के अनुसार धमाके काबुल के पास दश्त-ए-बारची में अब्दुल रहीम शहीद हाई स्कूल के पास और एक शैक्षणिक केंद्र के अंदर हुए जहां परीक्षाएं चल रही थीं। किसी संगठन ने धमाकों की जिम्मेदारी नहीं ली है।