बांग्लादेशी मॉडल और अभिनेत्री मेघना आलम को गिरफ्तार किया गया है। उनकी गिरफ्तारी बीते बुधवार 09 अप्रैल को हुई। उन पर देश को खतरे में डालने का आरोप है। स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, बांग्लादेशी मॉडल और अभिनेत्री को देश के स्पेशल पावर एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्हें सऊदी अरब के साथ बांग्लादेश के संबंधों को खराब करने की कथित कोशिश के लिए जेल भेजा गया है। मेघना साल 2020 में मिस अर्थ बांग्लादेश का खिताब जीत चुकी हैं। बांग्लादेश पुलिस ने बीते बुधवार देर रात मेघना के घर छापा मारने के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया। उस वक्त वे फेसबुक पर लाइवस्ट्रीमिंग कर रही थीं और अपनी बेगुनाही का दावा कर रही थीं। मेघना की गिरफ्तारी की वजह सऊदी अरब के शादीशुदा राजनयिक के साथ उनके कथित रिलेशनशिप से भी जुड़ा बताया जा रहा है। मेघना ने एक सऊदी राजनयिक पर एजेंसियों की मदद से उन्हें चुप कराने की कोशिश का आरोप लगाया है। वहीं, राजनयिक ने मेघना पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया है।
मेघना की गिरफ्तारी का मुद्दा बांग्लादेश में चर्चा में है। वहीं, उन्हें जिस तरीके से गिरफ्तार किया गया है, उस पर आक्रोश भी है। तमाम लोगों ने मेघना की गिरफ्तारी के तरीके की आलोचना की है। मेघना को फिलहाल 30 दिनों के लिए हिरासत में भेजा गया है। कहा जा रहा है कि गिरफ्तारी से पहले मेघना फेसबुक लाइव वीडियो में अपनी बेगुनाही की बात कर रही थीं। हालांकि, फिलहाल वह वीडियो डिलीट कर दिया गया है। बांग्लादेश के दैनिक अखबार प्रोथोम अलो की रिपोर्ट के अनुसार, मेघना आलम को पुलिस ने बिना किसी औपचारिक आरोप के उठा गिरफ्तार कर लिया। आलम की गिरफ्तारी के इस तरीके की बांग्लादेशी अधिकारियों ने आलोचना की है। गिरफ्तारी के अगले दिन मेघना आलम को ढाका की एक अदालत में पेश किया गया, जिसने मेघना को 30 दिन के कारावास की सजा सुनायी।
डेली स्टार के अनुसार मेघना आलम ने अपने अब डिलीट हो चुके फेसबुक पोस्ट में दावा किया था कि वे एक विदेशी राजनयिक के साथ रिलेशनशिप में थी, जो शादीशुदा था। वहीं, मेघना के पिता बदरूल आलम ने डेली स्टार से बातचीत में कहा, ‘राजदूत और मेघना रिलेशनशिप में थे और मेरी बेटी ने उनके शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया, क्योंकि राजनयिक पहले से शादीशुदा है और उनके बच्चे हैं। जब मेघना को राजनयिक की शादी के बारे में पता चला तो उसने राजनयिक के घर फोन किया और उसकी पत्नी से बात की’। बदरुल आलम ने आगे आरोप लगाया कि राजनयिक ने गृह मंत्रालय से संपर्क किया था, जिसके निर्देश पर उनकी बेटी को उनके घर से उठाया गया’।