पौड़ी: उच्चशिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने उद्यान विभाग, कृषि, जलागम, उप निबंधक, सहकारिता विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में विभागों को अपने-अपने विभागों की संचालित योजनाओं से लोगों को अधिक से अधिक लाभ देने पर जोर दिया। उन्होंने कृषि विभाग अधिकारी को जंगली जानवरों से बचाव के लिए घेरबाड़ करने के निर्देश दिए।
विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक में सहकारिता, उद्यान, कृषि, पशुपालन, जलागम, वन विभाग को संयुक्त रूप से हर ब्लाक से 25 किसानों का चिह्नीकरण करते हुए उनको शून्य प्रतिशत ब्याज की दर पर कर्मठ किसान, काश्तकार व पशुपालक को आर्थिक सहायता प्रदान करते हुए बागवानी, कृषि उत्पाद, डेयरी उत्पादन, कृषि व उससे संबंद्ध स्वरोजगार परक कार्यों में सहयोग प्रदान करने को कहा।
इसके साथ ही महिला व पुरुषों के ऐसे समूह जो कृषि, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य, स्थानीय अन्य जुड़े हुए क्षेत्रों में कर्मठता से लगे हुए हैं उनको 5 लाख रुपये तक कि समूह आधारित ऋण योजना से लाभाविंत करने को कहा। उन्होंने उद्यान विभाग को जिले में सेब के 100 बगीचे तैयार करने के अतिरिक्त कीवी, अखरोट, बादाम, केशर उत्पादन जैसे नवाचार प्रयासों को भी ट्रायल के तौर पर आजमाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने स्थानीय लोगों की आर्थिकी को मजबूत करने के लिए बड़े स्तर पर (क्लस्टर आधारित), समूह आधारित प्रयासों को अमल में आने को कहा जिससे एकीकृत प्रयासों से उत्पादन में बढ़ोतरी की जा सके।
साथ ही गुणवत्ता सुधार और बेहतर मार्केटिंग से उत्पादन में बढ़ोतरी और ब्रांडिंग आदि के माध्यम से उत्पादों का बेहतर मूल्य प्राप्त किया जा सके। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, डीएम डॉ.विजय कुमार जोगदंडे, सीडीओ प्रशांत कुमार आर्य, सीएमओ डॉ. प्रवीण कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र चौहान, मुख्य उद्यान अधिकारी डीके तिवारी आदि शामिल थे।