नैनीताल: झील नगरी नैनीताल के मल्लीताल मोहनको स्थित एक ऐतिहासिक धरोहर “ओल्ड लंदन हाउस” बुधवार की रात भीषण आग की चपेट में आ गया। तीन मंजिला यह इमारत करीब 162 साल पुरानी थी। आग इतनी भयावह थी कि पूरा भवन धू-धू कर जल गया और उसमें रहने वाली एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। यह महिला मशहूर इतिहासकार प्रो. अजय रावत की बड़ी बहन शांता (शानो) देवी बताई जा रही हैं। इस हादसे ने न सिर्फ एक परिवार को अपूरणीय क्षति दी बल्कि नैनीताल की ऐतिहासिक धरोहर को भी हमेशा के लिए खो दिया।
हादसा कैसे हुआ?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बुधवार रात करीब पौने दस बजे भवन से अचानक धुआँ और आग की लपटें उठती देखी गईं। आसपास के लोगों और पास के रेस्टोरेंट संचालकों ने फौरन दमकल विभाग को सूचना दी और मौके पर पहुँचकर बचाव प्रयास शुरू किया। इसी दौरान कुछ साहसी युवाओं ने जान जोखिम में डालकर भवन में प्रवेश किया और शांता देवी के बेटे निखिल को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। लेकिन आग और घने धुएँ के चलते वे आगे तक नहीं पहुँच पाए।
दमकल विभाग की चुनौती
आग की लपटें तेज हवाओं के कारण तेजी से फैलती गईं। रात 11 बजे तक पूरा भवन आग में घिर चुका था। दमकल टीम मौके पर पहुँची, लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह थी कि नजदीकी हाईड्रेंट खाली मिला। इस वजह से आग बुझाने का काम और मुश्किल हो गया। दमकल विभाग को अपने वाहनों में मौजूद पानी से ही मशक्कत करनी पड़ी। करीब साढ़े 12 बजे तक कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
जली हुई लाश मिली
आग बुझने के बाद जब टीम भवन के अंदर पहुँची तो वहां एक महिला का जला हुआ शव बरामद हुआ। शव बुरी तरह जल जाने से पहचान कठिन हो गई थी, लेकिन माना जा रहा है कि यह शव भवन की मालकिन और प्रो. अजय रावत की बहन 85 वर्षीय शांता देवी का है। यह खबर सुनते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
“ओल्ड लंदन हाउस” का इतिहास
यह भवन केवल एक मकान नहीं बल्कि नैनीताल की पहचान था। साल 1863 में इसका निर्माण अंग्रेजी शासनकाल में हुआ था। उस समय नैनीताल ब्रिटिश नॉर्थ प्रॉविंस की राजधानी थी और इस भवन का इस्तेमाल सरकारी आवास के रूप में किया जाता था। ऊपरी मंजिल में अंडर सेक्रेटरी स्तर के अधिकारी, दूसरी मंजिल में लिपिक वर्ग और भूतल पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रहते थे। स्वतंत्रता के बाद भी यह भवन शहर की ऐतिहासिक धरोहरों में गिना जाता था।
लोग स्तब्ध, परिवार सदमे में
स्थानीय लोगों का कहना है कि “ओल्ड लंदन हाउस” केवल एक मकान नहीं, बल्कि नैनीताल के गौरव और इतिहास का प्रतीक था। इस आग ने न सिर्फ एक बुजुर्ग महिला की जान ले ली, बल्कि एक अमूल्य धरोहर को भी समाप्त कर दिया। प्रो. अजय रावत का परिवार इस हादसे से गहरे सदमे में है।
कारणों की जांच जारी
फिलहाल आग लगने के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। पुलिस और दमकल विभाग की टीम जांच में जुटी है। प्रारंभिक तौर पर माना जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट से आग भड़की हो सकती है, लेकिन इसकी पुष्टि जांच के बाद ही होगी।