पिथौरागढ़:- पेयजल समस्या से आक्रोशित यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। कार्यकर्ता रविवार को केमू स्टेशन में एकत्र हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। संगठन के राष्ट्रीय सचिव ऋषेंद्र महर ने कहा कि सरकार और जल महकमा नगर के लोगों को पानी पिलाने में फेल है। कहा कि लोगों को 3-4 दिन तक एक-एक बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। धारे, नौले और कुओं में पानी नहीं है। कहा कि सरकार और विभाग की लापरवाही के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 90 करोड़ की लागत से कांग्रेस काल में बनाई गई आंवलाघाट पेयजल योजना का सही रूप से क्रियान्वयन नहीं किए जाने से लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है।
उपाध्यक्ष करन सिंह ने कहा कि हर वार्ड में पानी के लिए हाहाकार मचा है। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि पानी की आपूर्ति सुचारु नहीं की गई तो जल्द हर वार्ड में लोगों से मिलकर बड़े आंदोलन की रूपरेखा तय कर सरकार के खिलाफ जन आंदोलन किया जाएगा। पुतला फूंकने वालों में सचिव आनंद धामी, छात्रसंघ महासचिव मुकेश कुमार, हरीश उपाध्याय, नीरू पंत, मनीषा जोशी, माया देवी, शंकर लाल, निखिल ऐरी आदि रहे।
नाकोट क्षेत्र के सिंतोली गांव के धुरा तोक में भी लोग पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं। जंगल में आग लगने से स्रोत सूख गया है। क्षेत्र के सेब काश्तकार मनोज खड़ायत ने बताया कि जगतड़ और दलकुड़ी गांव में भी पानी की दिक्कत से लोग परेशान है। कहा कि गांव के कुछ युवा रात दो बजे तक जाग पानी का इंतजाम कर सब्जी पौध लगा रहे हैं। खड़ायत ने कहा कि पानी की कमी के चलते वह विवश होकर सब्जी उत्पादन बंद कर बागवानी बचाने में जुटे हैं। अखबारों के साथ ही सोशल मीडिया में भी जल संकट प्रमुख मुद्दा बना हुआ है। इसमें लोग जल महकमे के साथ ही जन प्रतिनिधियों को भी जमकर कोस रहे हैं। एक व्हाट्सएप ग्रुप में महिला ने लिखा है कि उनके ग्रुप में नेता, अधिकारी सभी हैं। मोहल्ले के लोग एक हफ्ते से पानी के लिए परेशान हैं लेकिन कोई यह जानने की कोशिश नहीं कर रहा है कि हो क्या रहा है। लीकेज से होने वाली पानी की बर्बादी पर भी लोग अपनी भड़ास निकाल रहे हैं।