देहरादून: इनोवेशन एवं इन्क्यूबेशन सेंटर, श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय और आई.आई.एम. काशीपुर के सहयोग से दो दिवसीय (28 फरवरी-1 मार्च, 2023) स्टार्टअप बूट कैंप का आयोजन किया गया। विशेषज्ञों ने छात्र-छात्राओं जानकारी दी कि वे नए उद्यम व उद्योग किस प्रकार शुरू कर सकती हैं। इन्हें शुरू करने में राज्य सरकार की बहुउ्देशीय योजनाएं मील का पत्थर साबित हो सकती हैं।
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय परिसर में उत्तराखण्ड स्टार्टअप, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा प्रायोजित बूट कैम्प का उद्घाटन मुख्य अतिथि एस.सी. नौटियाल, निदेशक उद्योग, उत्तराखण्ड सरकार व डॉ उदय सिंह रावत, कुलपति श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय ने संयुक्त रूप से किया। मुख्य अतिथि एस.सी. नौटियाल अपने उद्बोधन में उत्तराखण्ड सरकार द्वारा विभिन्न स्टार्टअप योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को नये स्टार्टअप अवसरों को खोजने और उन पर कार्य करने लिए पहल करनी होगी। बाजार की वर्तमान मांग के अनुरूप राज्य सरकार की कई योजनाएं प्रचलित हैं। युवा उन योजनाओं का लाभ लेकर रोजगार के स्वर्णिम अवसरों पर काम कर सकते हैं।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ उदय सिंह रावत ने भी विद्यार्थियों को स्टार्टअप की महत्तवता को विस्तारपूर्वक समझाया। कुलसचिव प्रो. डॉं. अजय कुमार खण्डूडी ने उत्तराखण्ड सरकार और आई.आई.एम. काशीपुर के सहयोग को सराहनीय कदम बताया और विद्यार्थियों को स्टार्टअप के माध्यम से स्वरोजगारों के सृजन के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर राजेश जैन, फाउन्डर शिल्प स्टोर ने अपनी स्टार्टअप यात्रा से विद्यार्थियों को स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहित किया। प्रो. डॉं. रचिता गुप्तार्र्, आई.आई.एम. काशीपुर ने विद्यार्थियों को विभिन्न स्टार्टअप विचारों के क्रियान्वयन की रूपरेखा को साझा किया।
राम कुमार मैनेजर, एफ.आई.ई.डी., आई.आई.एम. काशीपुर ने विद्यार्थियों को नये विचारों को स्टार्टअप में परिवर्तित करने के तरीकों से अवगत कराया। सिद्धार्थ गुप्ता, इन्डियन हैम्प स्टोर, उत्तराखण्ड स्टार्टअप से राजेन्द्र सिंह, उप निदेशक, अंजनी रावत, जनरल मैनेजर, उद्योग निदेशालय, उत्तराखण्ड सरकार उपस्थित थे। विश्वविद्यालय के आई.आई.सी. के निदेशक प्रो. डॉ द्वारिका प्रसाद मैठाणी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। उन्होंने जानकारी दी कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य था कि स्टार्ट अप कैंप के माध्यम से स्टार्टअप करने वाले छात्र छात्राए मिल सकें, सामुहिक प्रयास से यह उद्देश्य सफल रहा। विश्वविद्यालय के आई0आई0सी0 निदेशक प्रो. डॉं. द्वारिका मैठानी, प्रमुख समन्वयक डॉ. पंकज चमोली, समन्वयक डॉ. दीपिका जोशी ने इस कार्यक्रम में प्रमुख भुमिका निभाई। इस अवसर पर डॉं. पूजा जैन, डॉ मीनू चौधरी, डॉ विपुल जैन, डॉं. अलका एन चौधरी, डॉ. कुमुद सकलानी, डॉ. आर.पी.सिंह, मनोज तिवारी, गणेश डबराल, वंशिका गैरोला, कृति सैनी, दीपांशू भट्ट आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
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