पिछले काफी दिनों से महानगर सीट को लेकर भाजपा में चल रही उठापटक पर रविवार को विराम लग गया। सांसद सत्यदेव पचौरी ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड़्डा को पत्र लिखकर लोकसभा का चुनाव लड़ने में असमर्थता जाहिर की। पचौरी की ओर से यह पत्र उस वक्त आया, जब महानगर की सीट पर प्रत्याशी घोषित करने के लिए केंद्रीय कमेटी ने सूची फाइनल कर दी। पचौरी के पत्र को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे है।
पचौरी ने पत्र में लिखा है कि वह पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में दायित्व का निर्वहन करते रहेंगे। सांसद पचौरी 2019 में उस वक्त भाजपा से लोकसभा प्रत्याशी घोषित किए गए थे, जब वह प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। उन्हें तत्कालीन सांसद डॉ. मुुरली मनोहर जोशी की जगह लोकसभा का टिकट दिया गया था। सत्यदेव पचौरी इससे पहले भी 2004 में भाजपा के टिकट पर महानगर सीट से लोकसभा प्रत्याशी बनाए गए थे। उस वक्त वह दूसरे स्थान पर थे। उन्हें कुल 33.21 प्रतिशत वोट हासिल हुआ था। कांग्रेस प्रत्याशी श्रीप्रकाश जायसवाल विजयी हुए थे। उन्हें 34.12 प्रतिशत वोट मिला था। इसके अलावा पचौरी दो बार विधायक भी रह चुके हैं।