सहरसा जिले के सदर थानाक्षेत्र के पूरब बाजार नलकूप रोड पर सोमवार को दिनदहाड़े हुई लूट की घटना के मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने इलाके में सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही संदिग्ध गतिविधियों पर जांच शुरू की थी। शुरुआत में पुलिस को यह मामला लूट का लगा। लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, पुलिस को फर्जी लूट की आशंका हुई।
इसके बाद पुलिस ने जब तथाकथित पीड़ित मो. नसीर से पूछताछ की, तो उसने यह स्वीकार कर लिया कि उसके साथ कोई लूट की घटना नहीं हुई थी। उसने बताया कि उसने अपने पिता से पैसे छिपाने के लिए यह फर्जी लूट की कहानी रची थी।
नसीर ने पुलिस को बताया कि उसके एक दोस्त मो. चांद की बीमारी के कारण वह उसे मदद करना चाहता था, लेकिन उसके पिता उसे पैसे नहीं देते थे। इसी वजह से उसने अपने दोस्त मो. नौशाद के साथ मिलकर लूट का ड्रामा रचा। नसीर ने पूरब बाजार स्थित बैंक ऑफ इंडिया से एक लाख रुपए निकाले और फिर उन पैसों और मोबाइल को अपने दोस्त मो. नौशाद के घर में रख दिया
नसीर ने बताया कि वह जानता था कि उसके पिता पुलिस के पास जाने से रोकेंगे। लेकिन जब उसने घटना की जानकारी दी तो उसके पिता ने पुलिस से संपर्क नहीं करने का फैसला किया। इसके बाद नसीर ने खुद ही पुलिस को सूचित किया, लेकिन पुलिस की जांच के दौरान उसका झूठ पकड़ा गया।
सदर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता में एसडीपीओ आलोक कुमार ने बताया कि पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध बातचीत दिखी, जिसके बाद युवक से सख्ती से पूछताछ की गई और उसने अपनी फर्जी कहानी का खुलासा किया। पुलिस ने फिर मो. नौशाद के घर से एक लाख रुपये और मोबाइल बरामद किया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
मालूम हो कि नसीर के पिता मो नजीर नगर निगम चुनाव में सहरसा नगर निगम से महापौर पद के लिए चुनाव लड़ चुके थे और दूसरे स्थान पर रहे थे।