पनकी के इस्पातनगर में रविवार को एक केमिकल गोदाम में टैंकर से केमिकल ड्रमों भरते समय आग लग गई। करीब साढ़े तीन घंटे तक गोदाम धधकता रहा। इस दौरान केमिकल से भरे करीब 25 ड्रम धमाके के साथ फट गए। आग बुझाने की कोशिश करने के दौरान चार दमकल कर्मी भी झुलस गए।
इस्पातनगर के ई-58 स्थित केमिकल गोदाम में रविवार शाम करीब 4:30 बजे दो मजदूर शाम टैंकर से ज्वलनशील केमिकल ड्रमों में भर रहे थे। उसी दौरान एकाएक केमिकल भरे ड्रमों में आग लग गई। टैंकर खाली कर रहे दोनों मजदूरों ने लपटें देखी तो गोदाम खुला छोड़कर मौके से टैंकर लेकर भाग गए। देखते ही देखते आग ने गोदाम में रखे ड्रमों को चपेट में ले लिया। पुलिस और दमकल को जानकारी दी। सूचना पर पनकी, फजलगंज, मीरपुर कैंट, जाजमऊ स्टेशन से दमकल की 16 गाड़ियां पहुंची। ऊंची लपटें उठती देख आसपास की फैक्टरियों और गोदाम के कर्मचारियों को एहतियातन बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया।
करीब साढ़े तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस दौरान दमकल के चार कर्मचारी अनूप, मोनू राम जी सिंह व योगेंद्र झुलस गए। इन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। दमकल कर्मियों ने शाम साढ़े सात बजे आग पर काबू पाया। पनकी थाना प्रभारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि गोदाम मालिक या कर्मचारी मौके पर नहीं मिले। इसके चलते यह मालूम नहीं हो सका कि गोदाम मालिक कौन है और कहां रहते हैं। सोमवार को मामले की जांच और गोदाम मालिक से बात की जाएगी।
दो मजदूर भी झुलसे
गोदाम के पास एक फैक्टरी में काम करने वाले राजेश ने बताया कि ड्रमों में केमिकल डालने के दौरान दो कर्मचारी भी झुलस गए। चालक दोनों कर्मियों को टैंकर में बैठाकर मौके से भाग गया। राजेश के मुताबिक जिस समय आग लगी उसे समय क्षेत्र की किसी फैक्टरी में बिजली नहीं आ रही थी। इसलिए शॉर्ट सर्किट से भी आग लगने वाली बात नहीं हो सकती है।
सीएफओ का बयान
केमिकल गोदाम में आग लगने की वजह का पता नहीं चला है। ड्रमों में भरा केमिकल जल गया है। इस कारण कौन सा केमिकल था, इसका भी पता नहीं चला है। गोदाम में आग बुझाने के यंत्र भी नहीं दिखे हैं। सोमवार को गोदाम मालिक से जानकारी की जाएगी। – दीपक शर्मा, सीएफओ