यमकेश्वर / देहरादून :- पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर ब्लॉक स्थित थल नदी में मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित “गेंद मेला” ने इस बार भी स्थानीय लोगों और पर्यटकों का खूब ध्यान खींचा.गेंद मेले के आखिरी दिन उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी ने इस मेले के आयोजन में भाग लेतें हुए कहा कि थल नदी मेले को भाजपा सरकार नें ही राजकीय मेला घोषित कराया था.मेले के इतिहास के बारे में बताते हुए भाजपा नेता हेमंत द्विवेदी नें कहा कि अजमीर पट्टी के नाली गांव के जमींदार की बेटी गिंदोरी का विवाह उदयपुर पट्टी के कस्याली गांव में हुआ था. पारिवारिक विवाद होने पर गिंदोरी घर छोड़ कर थलनदी आ गई. जब उसके ससुराल वालों को पता चला तो वो गिंदोरी को वापस ले जाने लगे. उधर नाली गांव के लोगों को जब इस बात का पता चला तो दोनों गांव के लोगों के बीच हुए संघर्ष में गिंदोरी की मौत हो गई. तब से अब तक थल नदी में दोनों पट्टियों में गेंद के लिए संघर्ष होता आ रहा है. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता नें कहा कि थल नदी के मेले को संरक्षित करने और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रयास किए जा रहें है, उन्होंने कहा कि इस पूरे इलाके को पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित करने के लिए जल्द वह मुख्यमंत्री से बात करेंगे. आने वाले पीढ़ियों को गिदी मेले को एक सौगात के रुप में सौपने की बात करतें हुए उन्होंने कहा कि पूरे यमकेश्वर क्षेत्र की यह समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है जिसकों संजोने की आवश्यता है।