भारतीय खेल जगत ने भी पहलगाम आतंकी हमले पर शोक जताया है। वहीं, भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर श्रीवत्स गोस्वामी ने पाकिस्तान के साथ खेल संबंध पूरी तरह समाप्त करने की मांग की है। मंगलवार को हुए इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई है जिसमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। यह 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद घाटी में हुआ सबसे घातक हमला है। पहलगाम शहर से लगभग छह किलोमीटर दूर बैसरन चीड़ के पेड़ों के घने जंगलों और पहाड़ों से घिरा एक विशाल घास का मैदान है तथा देश व दुनिया के पर्यटकों के बीच पसंदीदा स्थान है। पाकिस्तान में स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के छद्म संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली ने भी इस हमले पर दुख जताया और पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी है। सचिन ने लिखा, पीड़ित परिवार अकल्पनीय कष्ट से गुजर रहे होंगे। भारत और दुनिया भर में लोग इस कठिन समय में उनके साथ हैं। हम इस हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देते हैं और न्याय की प्रार्थन करते हैं। आईपीएल 2025 में हिस्सा ले रहे दिग्गज भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने इंस्टाग्राम पर लिखा, पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना। जिन परिवार के लोगों ने इस कायरतापूर्ण हमले में अपनी जान गंवाई है, उनके लिए प्रार्थना करता हूं और परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति मिले ऐसी प्रार्थना करता हूं।
इस बीच, पूर्व भारतीय क्रिकेटर श्रीवत्स गोस्वामी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान के साथ सभी प्रकार के खेल संबंध समाप्त करने की मांग कर डाली है। गोस्वामी ने लिखा, इसलिए मैं कहता हूं कि आप पाकिस्तान के साथ क्रिकेट नहीं खेलें। ना सिर्फ अभी, बल्कि कभी नहीं। जब बीसीसीआई या सरकार ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इन्कार किया था तो कुछ लोगों ने कहा था कि खेल को राजनीति से ऊपर रखना चाहिए। लगता है कि निर्दोष भारतीयों की हत्या करना पाकिस्तान का राष्ट्रीय खेल बना गया है और भारत को जीरो टोलेरेंस के तहत जवाब देना चाहिए, ना कि बल्ले और गेंद से।
मालूम हो कि भारत और पाकिस्तान के बीच 2012-13 से ही द्विपक्षीय सीरीज बंद है। बीसीसीआई ने फरवरी-मार्च में हुए चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत की टीम भेजने से मना कर दिया था और भारतीय टीम ने फाइनल सहित अपने सभी मैच दुबई में खेले थे। गोस्वामी ने हाल ही में पहलगाम का दौरा किया था। गोस्वामी ने कहा कि उन्होंने घाटी में आशा और शांति लौटती हुई महसूस की थी। गोस्वामी ने कहा, और अब फिर खूनखराबा हुआ। यह आपके अंदर कुछ तोड़ देता है। यह आपको यह सवाल करने पर मजबूर करता है कि हमसे और कितनी बार यह अपेक्षा की जाएगी कि हम चुप रहें, खेलते रहें, जबकि हमारे लोग मर रहे हैं। अब और नहीं। इस बार बिल्कुल नहीं। ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंद्र सिंह ने भी कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा, हमारे वीर जवान आने वाले समय में इस कायराना हमले का मुंहतोड़ जवाब जरूर देंगे। भारत माता के वीर सपूतों की मौजूदगी में जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने की चाहत रखने वालों के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।