बुलंदशहर:- पीएम मोदी ने बुलंदशहर में 19,100 करोड़ रुपए विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। पीएम ने बुलंदशहर में दो स्टेशनों से मालगाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) पर न्यू खुर्जा-न्यू रेवाड़ी के बीच 173 किलोमीटर लंबी डबल लाइन विद्युतीकृत खंड का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “ये हमारा सौभाग्य है कि देश ने कल्याण सिंह और उनके जैसे अनेक लोगों का सपना पूरा किया है लेकिन अभी भी सशक्त राष्ट्र निर्माण का और सच्चे सामाजिक न्याय का उनका सपना पूरा करने के लिए हमें अपनी गति बढ़ानी है। इसके लिए हमें मिलकर काम करना है। अयोध्या में मैंने राम लला के सान्निध्य में कहा था कि राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्य संपन्न हुआ अब राष्ट्र प्रतिष्ठा को नई ऊंचाई देने का समय है।”
पीएम ने कहा, “आजादी के बाद के दशकों में लंबे समय तक भारत में विकास को केवल कुछ ही क्षेत्रों में सीमित रखा गया। देश का एक बहुत बड़ा हिस्सा विकास से वंचित रहा। उसमें भी उत्तर प्रदेश जहां देश की सबसे अधिक आबादी बसती थी, उस पर उतना ध्यान नहीं दिया गया। ये इसलिए हुआ, क्योंकि लंबे समय तक यहां सरकार चलाने वालों ने शासकों की तरह बर्ताव किया। जनता को अभाव में रखने का, समाज में बंटवारे का रास्ता, उनको सत्ता पाने का सबसे सरल माध्यम लगा। इसकी कीमत उत्तर प्रदेश की अनेक पीढ़ियों ने भुगती है, लेकिन साथ-साथ देश को भी इसका बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।”
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करता हूं कि इन्होंने पिछले तीन दिनों में दो महत्वपूर्ण निर्णय लिए। एक निर्णय था 1 करोड़ घरों में रूफ टॉप सोलार के लिए नई योजना का शुभारंभ… दूसरा, सामाजिक न्याय के पुरोधा… कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर सामाजिक न्याय की इस लड़ाई में वंचितों, दबे-कुचले और दलितों को सम्मान देकर नई श्रृंख्ला को आगे खड़ा करना।” अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी का यह पहला संबोधन होगा। आह्लादित पीएम मोदी के हर शब्द के मायने निकलेंगे। पीएम मोदी पूर्व सीएम व मंदिर आंदोलन के बड़े सारथी रहे कल्याण सिंह को याद करते हुए भावुक संस्मकरण भी सुना सकते हैं। इस दौरान पूरब से पश्चिम उप्र को साधने का प्रयास होगा। पीएम मोदी कर्पूरी ठाकुर, चौ. चरण सिंह एवं कल्याण सिंह को याद करते हुए ओबीसी वोटों को भी कसेंगे।