पश्चिम बंगाल:- कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना से देशभर में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं, पूरे मामले पर सियासी पारा चरम पर है। इस बीच, पश्चिम बंगाल बाल अधिकार आयोग ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की बेटी को दुष्कर्म की मिली धमकी पर संज्ञान लिया है। बता दें, अभिषेक बनर्जी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे हैं।
पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में नौ अगस्त की घटना को लेकर एक विरोध रैली का सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो का स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग ने कहा कि रैली में शामिल एक व्यक्ति को बनर्जी की नाबालिग बेटी को दुष्कर्म की धमकी देते और ऐसा करने वाले को 10 करोड़ रुपये का इनाम देने की सार्वजनिक घोषणा करते हुए सुना गया। आयोग ने आगे कहा, ‘शरारती तत्व का ऐसा गंदा इरादा और सार्वजनिक रूप से अभद्र टिप्पणी एक नाबालिग बच्ची की गरिमा को ठेस पहुंचाने और उसकी सुरक्षा को खतरे में डालने के बराबर है। पुलिस से यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) कानून, किशोर न्याय कानून और बाल अधिकार संयुक्त राष्ट्र संधि के तहत कार्रवाई करने को कहा है।’
बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने आगे कहा, ‘जब पूरा राज्य आरजी कर में डॉक्टर के निधन का शोक मना रहा है, उस समय हिसाब बराबर करने के लिए एक और दुष्कर्म का आह्वान करना स्पष्ट रूप से कानून का उल्लंघन है और अगर दंडात्मक उपाय नहीं किए जाते हैं तो समाज को एक खतरनाक संदेश जा सकता है। यह न केवल इस बच्ची बल्कि सभी नाबालिग लड़कियों को खतरे में डाल सकता है।’ बाल अधिकार आयोग ने पुलिस से इस मामले में दो दिन के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। तृणमूल के वरिष्ठ नेता डेरेक ओ ब्रायन ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने के लिए सोशल मीडिया मंच एक्स का सहारा लिया। उन्होंने कहा, ‘अपनी गंदी चालों से हमसे राजनीतिक रूप से लड़ो। आपने ऐसा पहले भी किया है। मगर आज आपने हद पार कर दी है। बच्चों को धमकाना बंद करें। हमारे राष्ट्रीय महासचिव की बेटी को धमकी देने की निंदा करने के लिए कोई शब्द पर्याप्त नहीं है। अब इसे बंद करो।’
कोलकाता और आसपास के इलाकों में सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दुष्कर्म-हत्या की भयावह घटना को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस इस मामले से निपटने के लिए आलोचनाओं का सामना कर रही हैं। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने पलटवार करते हुए विपक्षी दलों भाजपा और माकपा के बीच सांठगांठ के कारण राज्य में अशांति पैदा करने का आरोप लगाया।