“जेपी नड्डा ने गया में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन किया, कहा – बदलते बिहार के लिए लोगों को भी बदलना होगा”

Bihar : पहले सड़कें जर्जर थी। आज फोर, सिक्स लेन, एलिवेटेड रोड, हाईवे का निर्माण कराया जा रहा है। अगर बदलता बिहार बदलता भारत चाहिए तो यहां के लोग बदलने नहीं चाहिए। अब मुरेठा बांधने वाला जमाना चला गया।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल कैंपस में बने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे गया में आकर एएनएमएमसीएच में सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक के श्रीगणेश का सौभाग्य मिला। सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक की जो बिल्डिंग आज समर्पित की गई है, यह कोई अनायास या अपने आप इसका बनना संभव नहीं हुआ। इसके पीछे बहुत दूरगामी सोच और प्रयास है। इसके कारण आज यह सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक गया-बोधगया की जनता को समर्पित होकर मिल रहा है। इसके लिए सभी को बधाई देता हूं। मित्रों मैं आज सिर्फ गया के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का उद्घाटन नहीं कर रहा हूं। आईजीआईएमएस में ऑप्थोलमोलॉजी में 190 करोड़ की लागत से आरआईओ का उद्घाटन किया। वह पूर्वी भाग का सबसे बड़ा आई बैंक और एक हजार से ज्यादा कॉर्नियल ट्रांस्प्लांट करने वाले संस्था बना है। अब वहां बिहार, उड़ीसा, पटना, नेपाल सहित अन्य स्थानों के मरीज आंखों के इलाज के लिए आएंगे। उसी मंच से बिहार के 304 पीएचसी, आयुष्मान आरोग्य मंदिर और वेलनेस सेंटर का उद्घाटन किया गया। 183 हेल्थ इंस्टीच्यूशन का शिलान्यास किया, 300 करोड़ की लागत से बनेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि यहां बने सुपर स्पेशियलिटी में आठ मॉडर्न मॉड्यूलर ओटी बनाए गए हैं। अब ओटी में जाकर ऑपरेशन देखने की जरुरत नहीं पड़ेगी। मेडिकल के छात्र ऑपरेशन को अपने क्लास रुम में बैठ कर देख सकेंगे। ऐसी ही बिल्डिंग एम्स, दिल्ली की है। इसके द्वारा पीएम एम्स को गया लेकर आ गए। दरभंगा में एम्स के लिए जमीन देखुंगा। दिल्ली के एम्स में जो मशीन लगी है वैसी ही मशीन आपके यहां उपलब्ध कराई गई है। कभी आपने सोचा था कि बिहार में ऐसे विकास होगा। कभी सोचा था कि सारण, पूर्णिया, सीतामढ़ी, झंझारपुर, सीवान, बक्सर, जमुई में मेडिकल कॉलेज खुलेगा। आज इन सभी शहरों में 250 करोड़ की लागत से नया मेडिकल कॉलेज खोला जा रहा है। यह सिर्फ स्वास्थ्य की तस्वीर है। विभिन्न विभागों की तस्वीर देखेंगे तो आपको बदलता बिहार और बदलता भारत दिखेगा। पहले सड़कें जर्जर थी। आज फोर, सिक्स लेन, एलिवेटेड रोड, हाईवे का निर्माण कराया जा रहा है। अगर बदलता बिहार बदलता भारत चाहिए तो यहां के लोग बदलने नहीं चाहिए। अब मुरेठा बांधने वाला जमाना चला गया। मैं राम की बात नहीं करुंगा। विकास के आयाम को देखिए। पीएम-सीएम के नेतृत्व में आज बिहार लंबी छलांग लगाकर विकसित बिहार की ओर बढ़ रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि मैं 1998 में पहली बार प्रदेश का स्वास्थ्य मंत्री बना था। जब मैं देश के आंकड़े देखता था, उस समय स्वास्थ्य के आंकड़ें काफी खराब स्थिति में थे। बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश की गिनती बीमारु राज्यों में होती थी। आज पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ये बीमारु राज्य अग्रणी राज्य बन गए हैं। जनसंख्या हमारे लिए अभिशाप नहीं अवसर है। यह यंग पॉपुलेशन है। भारत सबसे यंग देश है, जिसे आगे ले जाना है और विकसित भारत में अपना सहयोग देना है। नागराज आए हैं आशीर्वाद देने। आज भारत स्वास्थ्य के क्षेत्र में दुनिया में वह काम करके दिखा रहा है। जो कोई देश नहीं कर सका है। इस देश में हर साल दो करोड़ बच्चे पैदा होते हैं। ढाई-तीन करोड़ माताएं गर्भवती होती हैं। हमारे स्वास्थ्यकर्मी जब से माता गर्भावस्था में जाती है। तबसे डिलीवरी तक छह चेकअप, दो वैक्सीनेशन, इंस्टीच्यूशनल डिलीवरी 78 फीसदी है। अगर डिलीवरी में कोई दिक्कत हो जाए तो उसे दूर करके मरीज को घर पहुंचाने का जिम्मा स्वास्थ्य विभाग का है। बच्चा पैदा होने के बाद 16 साल तक 27 इंजेक्शन डोज लगते हैं। इसे आशा वर्कर ट्रैक करती हैं। इसे ट्रैक करके स्वस्थ बच्चा भारत को दिया जाता है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि कश्मीर से कन्या कुमारी तक पहुंच कर इंजेक्शन लगाकर बच्चों को स्वस्थ रखने का काम स्वास्थ्य विभाग करता है। कोरोना में अमेरिका सहित बड़े-बड़े देश लड़खड़ाए। लेकिन, भारत में 250 करोड़ इंजेक्शन लगाकर 100 देशाें को इंजेक्शन दिया। 40 देशों को मुफ्त में वैक्सीन दी। सबहेल्थ में 106, पीएचसी 172, सीएचसी 300, सब डिस्ट्रिक्ट में 318, डिस्ट्रिक्ट में 388 दवाएं मुफ्त दी जाती है। 12 करोड़ परिवार मतलब 55 करोड़ लोग मतलब 40 फीसदी आबादी जो गरीब हैं उनको आयुष्मान योजना का लाभ दिया जा रहा है। विश्व के सबसे बड़ा हेल्थ कवरेज आयुष्मान भारत ने दिया है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई है। अभी पीएम ने बिहार के विकास के लिए जिसको बीमारु बिहार बोलते थे। उसके लिए 2024-25 के बजट में 60 हजार करोड़ रुपए दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि गया में इंडस्ट्रियल सिटी बन रहा है। नालंदा के खंडहर का विकास किया जाएगा। राजगीर को टूरिस्ट हब बनाया जाएगा। बिहार को बढ़ाना है तो यहां के लोगों को संभाल कर रखना आपकी जिम्मेवारी है। समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो नयापन लाने का काम किया है। इसके लिए मैं स्वागत करता हूं। बिहार के ऊपर थोड़ा और ध्यान देंगे तो और बेहतर होगा और बिहार अऩ्य राज्यों की तुलना में खड़ा होगा। प्रभारी मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि केंद्रीय बजट में गया को औद्योगिक कॉरिडोर की मंजूरी दी गई है। उससे आने वाले दिनों में गया बिहार के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र के रुप में विकसित होगा। महाबोधि और विष्णुपद कॉरिडोर की स्वीकृति से यहां पर्यटन का विकास होगा। आने वाले दिनों में भी केंद्र सरकार ऐसे ही बिहार पर नजर बनाए रखे। केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से विकसित भारत के संकल्प में गया की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि आज हमारे लिए पूरी तरह सुख देने वाला दिन है। राज्य में तीन-तीन अस्पतालों का उद्घाटन किया गया है। यह बिहार के लिए सुखद पल है। पीएम और सीएम के नेतृत्व में लगातार बिहार को बढ़ाने का काम किया जा रहा है। 2005 से पहले पीएचसी और एपीएचसी में मात्र 40 लोग इलाज कराते थे। आज 11 हजार लोग इलाज करा रहे हैं। विष्णु कॉरिडोर बनाने का निर्णय लिया गया। गया जो पुराने हेरिटेज के रुप में है, इसे विकसित करते हुए गया-बोधगया के बीच के स्थान को नए शहर के रुप में विकसित किया जाएगा। स्मार्ट सिटी बनाने के लिए निर्णय लिया गया है कि डोभी-पटना सड़क का निर्माण जापान की कंपनी के सहयोग से बन रहा है। गया में भी मेट्रो चलाने का निर्णय लिया गया है। इतने बड़े अस्पताल के निर्माण व उद्घाटन के लिए सभी को धन्यवाद। उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि दो दिवसीय यात्रा पर आने के बाद बिहार की जनता को एक-से-बढ़कर एक सौगात दे रहे हैं। बिहार से उनका गहरा नाता है। यही कारण है कि केंद्रीय मंत्री के रुप में बिहार पर विशेष ध्यान रखा है। 26 हजार करोड़ संरचना के विकास, कोसी क्षेत्र के विकास के लिए 11 हजार करोड़, गया में काशी कोरिडोर के जैसे विकास की योजना मिली। बिहार को जिन लोगों ने अस्वस्थ बनाया, सामाजित वातावरण में अस्वस्थता का वातावरण पैदा किया। कई बीमारी बिहार से मिट चुकी थी। विकसित बिहार और विकसित भारत का संकल्प निश्चित रुप से साकार होगा

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