हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा के पेपर लीक मामले में विशेष जांच टीम ने बुधवार को भर्ती कमेटी के प्रमुख आईजी जेपी सिंह और एक अन्य पुलिस अधिकारी से पूछताछ की है। इन दोनों अधिकारियों को विशेष जांच टीम ने मंडी बुलाया था। यहां इनसे करीब दो घंटे तक लंबी पूछताछ की गई। सूत्र बताते हैं कि एसआईटी को आशंका है कि कहीं न कहीं इस मामले में पुलिस अधिकारियों की भी लापरवाही रही होगी। पुलिस सूत्र बताते हैं कि मंगलवार को भी इन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
इससे पहले एसआईटी ने पुलिस अधिकारियों को प्रश्नावली भेजी थी, अब इनसे विशेष जांच टीम पूछताछ करने में जुटी है। इसकी तहकीकात के लिए हिमाचल प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने बोर्ड का भी गठन किया है। इस बोर्ड में आईजी (सीटीएस) डीआईजी (पीटीसी) और उप नियंत्रक (वित्त और लेखा) को शामिल किया है। अगर परीक्षा संचालन में अधिकारियों की लापरवाही पाई जाती है तो इनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। इस मामले में तीन एफ आईआर दर्ज हैं। इनमें एक कांगड़ा के गगल थाने में, एक सीआईडी भराड़ी थाना, शिमला और एक सोलन थाने में दर्ज है।
इस मामले में अब तक 116 अभ्यर्थियों समेत 171 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। दूसरी बार हुई परीक्षा में आरोपी अभ्यर्थियों को बैठने नहीं दिया गया है। पुलिस विभाग का मानना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। इसमें अधिकारियों की लापरवाही के एंगल की भी जांच की जा रही है।