अक्षय तृतीया (22 अप्रैल) से चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी। श्री गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट धार्मिक परंपराओं के तहत अक्षय तृतीया के दिन खुलते है। जबकि, श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल, श्री हेमकुंड साहिब के कपाट मई माह में खुलेंगे चारधाम यात्रा शुरू होने में दो माह का समय बचा है। सरकार, शासन और जिला प्रशासन ने यात्रा की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।
मंडलायुक्त सुशील कुमार ने चारधाम प्रशासन संगठन की सात फरवरी को बैठक बुलाई है। नगर निगम ऋषिकेश के स्वर्ण जयंती सभागार में चारधाम यात्रा से जुड़े तमाम विभागों के अधिकारी हिस्सा लेंगे। यात्रा प्रशासन संगठन के विशेष कार्याधिकारी व अपर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्वीरियाल ने बताया कि बैठक में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की तैयारियों की रुपरेखा तय होगी।
बैठक में पर्यटन विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, पुलिस उप महानिरीक्षक, गढ़वाल मंडल के समस्त जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, पुलिस, पर्यटन, चिकित्सा, परिवहन, बिजली, पेयजल, सीमा सड़क संगठन, राष्ट्रीय राजमार्ग, पीडब्ल्यूडी, पेयजल, खाद्यान्न, नगर निगम, पंचायती राज, वन विभाग, दूरसंचार, श्री बदरी-केदार मंदिर समिति, गुरुद्वारा हेमकुंट साहिब, स्थानीय परिवहन कंपनियों के प्रतिनिधि एवं शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे।
अपर आयुक्त क्वीरियाल ने बताया कि अक्षय तृतीया (22 अप्रैल) से चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी। श्री गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट धार्मिक परंपराओं के तहत अक्षय तृतीया के दिन खुलते है। जबकि, श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल, श्री हेमकुंड साहिब के कपाट मई माह में खुलेंगे। श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 18 फरवरी शिवरात्रि के दिन तय की जाएगी।