लगातार हो रही बारिश के चलते रिस्पना नदी लिया रौद्र रूप, नदी के किनारों पर भू-कटाव, कई जगह बिजली के खंभे भी उखड़ गए

देहरादून:-  मसूरी के निचले क्षेत्र में भारी वर्षा से नदी-नालों में उफान आ गया और रिस्पना नदी ने रौद्र रूप ले लिया। रातभर की वर्षा से रायपुर के आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ और मलबा आने से भारी नुकसान हुआ। साथ ही कई जगह पुस्ते ढहने और पुलिया ध्वस्त होने की भी सूचना है। नदी के किनारों पर भू-कटाव हुआ और कई जगह बिजली के खंभे भी उखड़ गए। देर रात कई क्षेत्रों में अफरा-तफरी मची रही और लोग छतों पर बैठ गए। सुबह घरों में जलभराव से हुए नुकसान का जायजा लिया गया। रायपुर विधानसभा क्षेत्र के वाणी विहार से लेकर भगतसिंह कालोनी, डांडा लखौड़ से लेकर मयूर विहार तक कई कालोनियों में भारी नुकसान की सूचना है।

मंगलवार देर रात मसूरी से लेकर मालदेवता और हाथीबड़कला से लेकर सहस्रधारा रोड क्षेत्र में जोरदार वर्षा शुरू हो गई। जिसके चलते तड़के तीन बजे रिस्पना नदी उफान पर आ गई। जिससे शांति विहार और वाणी विहार को जोड़ने वाला पुल बह गया। इसके अलावा कई अन्य पुलों के ऊपर से नदी का पानी बहने लगा। शांति विहार में सड़क का आधा हिस्सा बह गया और कई पुस्ते ध्वस्त हो गए। जिससे आसपास के मकानों के गिरने का खतरा पैदा हो गया। रिस्पना नदी के ऊफान पर आने से शांति विहार, भगतसिंह कालोनी, वाणी विहार समेत नदी से सटे इलाकों में लोग घरों से बाहर आ गए। पानी घरों में घुसने लगा तो लोग सामान बचाने में जुट गए और सुबह तक छतों पर बैठे रहे।

रायपुर रोड के पास ननूरखेड़ा और ईश्वर विहार में भी वर्षा ने कहर बरपाया। खालों से सटे होने के कारण यहां भी भारी मात्रा में वर्षा का पानी आ गया। ननूरखेड़ा मिलन केंद्र में मलबा घुस गया और आसपास के मकानों को नुकसान पहुंचा। ईश्वर विहार में भी कई घरों में मलबा और पानी घुसने से नुकसान हुआ।  उधर, आइटी पार्क से तपोवन जाने वाले रास्ते में बरसाती नदी के उफान पर आने से सोमनाथ नगर, एटीएस डांडा लखौड़ में एक मकान का कुछ हिस्सा ढह गया। क्षेत्रवासियों ने बताया कि एक कमरा गिरने की कगार पर है। बताया कि सुबह करीब चार बजे अचानक नदी का पानी घरों तक पहुंच गया।

पास में ही स्वास्थ्य महानिदेशालय के आसपास भी बाढ़ जैसे हालात बन गए। नगर निगम के गोदाम का पुस्ता ढहा, सामान बहा मयूर विहार पुलिस चौकी के पास स्थित नगर निगम के गोदाम को भी वर्षा ने नुकसान पहुंचाया। पिछले हिस्से में पुस्ता ढहने से वहां रखा सामान, गाड़ियां, स्लैब आदि बह गए। वर्षा के कारण गोदाम और वहां रखी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है। अभी नगर निगम की टीम नुकसान का आकलन कर रही है। एकता विहार में सुरक्षा दीवारें ढही, दो वाहन बहे सहस्रधारा रोड स्थित एकता विहार में धरनास्थल के पास खाले की सुरक्षा दीवार ढह गई। धरनास्थल के पास खड़े दो दोपहिया वाहन भी पानी में बह गए।

धरनास्थल पर बिजली के तारें पानी में डूबने से वहां धरने पर बैठे बेरोजगार भी जान बचाकर निकल गए। प्रतियोगी परीक्षाओं में हुई अनियमिता की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर तीन मार्च 2023 से यहां बेरोजगारों का धरना चल रहा था।  पूर्व विधायक राजकुमार ने भारी वर्षा के कारण क्षेत्र में हुए नुकसान को लेकर नगर निगम को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि सुबह नगर निगम के आपदा कंट्रोल रूम में कई बार सूचना देने के बावजूद कोई मदद करने नहीं पहुंचा। जिससे क्षेत्रवासियों में भी आक्रोश है। उन्होंने सरकार से बाढ़ प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही खतरे की जद में आए क्षेत्रों में शीघ्र तारजाल लगाकर बाढ़ सुरक्षा कार्य करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि शीघ्र सुरक्षा कार्य नहीं किए गए तो वह प्रदर्शन करेंगे।

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