मुजफ्फरपुर जिले में उत्पाद विभाग ने अवैध शराब के खिलाफ चल रही कार्रवाई के तहत 1,100 लीटर स्प्रिट की एक बड़ी खेप को पकड़ा है। यह खेप अवैध शराब के निर्माण के लिए मंगवाई गई थी और इसे छिपाने के लिए तस्करों ने चौंकाने वाला तरीका अपनाया था।
जानकारी के मुताबिक, यह कार्रवाई मनियारी थानाक्षेत्र के टोल प्लाजा NH-28 के पास की गई, जहां उत्पाद विभाग को गुप्त सूचना मिली थी। जिला उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त विजय शेखर दुबे ने बताया कि स्प्रिट को ईंटों की आड़ में छिपा कर लाया गया था। तस्कर इसे बेगूसराय से मंगवाकर स्थानीय माफियाओं को देने की योजना बना रहे थे।
इस कार्रवाई के दौरान दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक आरोपी ट्रैक्टर का चालक है, जो समस्तीपुर जिले के ताजपुर थानाक्षेत्र का निवासी है। जबकि दूसरा रिसीवर हथौड़ी थानाक्षेत्र का निवासी बताया गया है। उत्पाद विभाग अब इस मामले में स्प्रिट के कारोबारियों को चिन्हित कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
तस्करों ने स्प्रिट को ट्रैक्टर में लदी ईंटों के नीचे छिपा रखा था और इसके ऊपर प्लास्टिक से ढक दिया था ताकि पुलिस या उत्पाद विभाग को इसकी भनक न लगे। इस शातिराना तरीके के बावजूद, जब ट्रैक्टर की जांच की गई तो ईंटों के नीचे भारी मात्रा में स्प्रिट छिपी हुई मिली। इसके अलावा, पकड़ा गया ट्रैक्टर भी चोरी का निकला, जिसे लेकर उत्पाद विभाग आगे की कार्रवाई में जुटी है।
जब्त की गई स्प्रिट से 30,000 से 40,000 लीटर जहरीली शराब का निर्माण किया जा सकता था, जो हजारों लोगों की जान के लिए खतरा बन सकती थी। उत्पाद विभाग ने इस अवैध शराब के निर्माण और वितरण की योजना को विफल कर दिया है।
सहायक आयुक्त विजय शेखर दुबे ने बताया कि विभाग गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रहा है। अब तक, अवैध शराब के निर्माण, बिक्री और सेवन के मामले में तीन दर्जन से अधिक लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। साथ ही भारी मात्रा में अवैध शराब भी जब्त की गई है। उत्पाद विभाग की यह कार्रवाई पूरे जिले में जारी है, जिससे अवैध शराब के कारोबार पर अंकुश लगाया जा सके।