बनबसा नेपाल सीमा पर भाजपा के रानीखेत विधायक के भाई सतीश नैनवाल के 40 कारतूस संग पकड़े जाने पर कांग्रेस हमलावर हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने जहां सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ने का आह्वान किया, वहीं पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा, देश व राज्य की सुरक्षा के लिए अतिसंवेदनशील मामले को वह राज्यपाल तक ले जाएंगे। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, राज्य सरकार लगातार अपने नेताओं को संरक्षण दे रही है। इसके बावजूद एसएसबी जवानों ने यह साहसिक कदम उठाया है। माहरा ने सीएम से मांग की कि दुष्कर्म और बनबसा में रानीखेत विधायक के भाई के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। कहा, इससे पहले भी भाजपा विधायक स्वयं उद्यान विभाग के वृक्षों के घोटाले में संलिप्त पाए गए।
लेकिन, आज तक सत्ता पक्ष का संरक्षण होने के कारण इनका बाल भी बांका नहीं हो पाया। पूर्व सीएम हरीश रावत का कहना है कि माओवाद के पुराने इतिहास को देखते हुए यह घटना अत्यधिक चिंताजनक है। इस मामले को प्रदेश सरकार से लेकर केंद्र सरकार दबाने में लग गई है। रावत का कहना है कि नेपाल की सरकार ने हमारे लगे हुए जिलों के प्रशासन से भी कहा था कि सीमा पर कुछ ऐसी गतिविधियां हो रही हैं, जो चिंता का विषय है। रावत का कहना है कि कांग्रेस राज्य के लोगों को समझाएगी। जरूरत पड़ी तो कांग्रेस और भी तथ्य इकट्ठा करके राज्यपाल के पास जाएगी और आंतरिक सुरक्षा से जुड़े मामले को लेकर उनसे मुलाकात करेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा, राज्य में महिलाओं के दुष्कर्म, उत्पीड़न एवं अत्याचार के जितने भी मामले हो रहे, उनमें अधिकतर में भाजपा नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने सल्ट, चंपावत, हरिद्वार, द्वाराहाट के बाद लालकुआं का हवाला देते हुए कहा, ये सभी भाजपा के पदाधिकारी हैं। आरोप लगाया, भाजपा की सरकार ने अपने मंत्रियों, विधायकों, उनके रिश्तेदारों और कार्यकर्ताओं को खुलेआम खुलेआम हत्या, डकैती, दुष्कर्म के साथ ही अब तस्करी का लाइसेंस भी दे दिया है। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा, बेटियों के साथ हो रहे अपराधों को भी सत्तापक्ष लगातार दबाने की कोशिश कर रहा है। सत्तारूढ़ दल से जुड़े नेता इस मामले में लगातार पकड़े जा रहे हैं।