पटना के प्रसिद्ध गांधी मैदान में विजयादशमी के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तीर चलाकर रावण का वध किया। इस बार का आयोजन खास रहा, क्योंकि रावण की लंका को जलाने से पहले हनुमान की शानदार एंट्री क्रेन के माध्यम से की गई। इसके बाद हनुमान ने प्रतीकात्मक रूप से लंका को जलाया, जिससे पूरे कार्यक्रम में लोगों का उत्साह और बढ़ गया। वहीं, लंका दहन करने के दौरान एक अप्रत्याशित घटना हो गई। दरअसल, सीएम नीतीश कुमार जैसे ही तीर चलाने के लिए धनुष उठाया तो उनका तीर और धनुष दोनों हाथ से छूटकर नीचे गिर गया।
गौरतलब है कि इस वर्ष गांधी मैदान में बिहार का सबसे ऊंचा 80 फीट का रावण का पुतला बनाया गया था, जो खास तौर पर मैथिली लुक में नजर आया। रावण के इस अनोखे रूप ने दर्शकों को आकर्षित किया और मिथिला की सांस्कृतिक धरोहर को भी उजागर किया।
अन्य स्थानों पर भी हुआ रावण दहन
बिहार के अन्य जिलों में भी विजयादशमी के मौके पर रावण दहन का आयोजन किया गया। गया में 60 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
इसी प्रकार, मधेपुरा और बक्सर में भी रावण दहन के आयोजन में लोगों ने बड़ी उत्सुकता दिखाई। इन सभी स्थानों पर रावण के पुतले जलाए गए और राम-रावण के प्रतीकात्मक युद्ध को प्रस्तुत किया गया, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
संस्कृति और उत्साह का संगम
पटना के गांधी मैदान में आयोजित यह रावण दहन कार्यक्रम बिहार में हर साल की तरह विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रावण वध के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इसके बाद लोग बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश लेकर घर लौटे।
आज दशहरा है और यह पर्व हर वर्ष शारदीय नवरात्रि के समापन के साथ दशमी तिथि को विजयादशमी के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को इस पर्व को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस तिथि पर भगवान श्रीराम ने लंकापति रावण का वध करते हुए विजय हासिल की थी, जिस कारण से इसे विजयादशमी भी कहा जाता है। दशहरे पर पटना समेत पूरे देशभर में कई जगहों पर रावण का दहन किया जाता है।
18 हाइटेक एंबुलेंस की व्यवस्था रही
इस बार बिहार का सबसे बड़ा रावण का पुतला पटना के गांधी मैदान में लाया गया है। 80 फीट लंबे रावण का पुतला बनाया गया है। आज शाम पांच बजे सीएम नीतीश कुमार ने रावण वध किया। इसको लेकर खास तैयारी की गई थी। किसी तरह की कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने सारी तैयारी पहले ही पूरी कर ली थी। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया। मीडिया के लिए गांधी मैदान में प्रवेश गेट नं. 13 से और आम जनता का प्रवेश गेट नं. 4,5,6,7,8,9,10 एवं 12 से हुआ। निकलते समय गांधी मैदान के सभी गेट खुले रहे। 18 हाइटेक एंबुलेंस की व्यवस्था रही। आस-पास के सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पताल को अलर्ट मोड पर रखा गया।
रावण को खासकर मैथिली लुक दिया गया है
गांधी मैदान में रावण दहन के दौरान हनुमान जी की इंट्री हवा में हुई। रावण को खासकर मैथिली लुक दिया गया था। रावण के पुतले की ऊंचाई 80 फीट, मेघनाद की 75 फीट और कुंभकरण की ऊंचाई 70 फीट थी। रावण, मेघनाद, कुंभकरण का दहन इको फ्रेंडली पटाखों से हुआ। बारिश रोधी पुतले बनाए गए थे। पुतला इस बार भी देश के टॉप 10 पुतलों में शामिल है। पटना के गांधी मैदान के आसपास 128 कैमरे लगाए गए।