मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेपी गंगापथ के गायघाट (12.1 किमी) से कंगनघाट (15.5 किमी) जाने वाले रास्ते का लोकार्पण कर दिया है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने गायघाट से कंगनघाट तक बने पथ का निरीक्षण भी किया। पटना घाट पर आयोजित कार्यक्रम में पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने मुख्यमंत्री को ड्रोन द्वारा तैयार किए गए वृत्त चित्र के प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जेपी गंगा पथ परियोजना के बचे हुए कार्यों की प्रगति की जानकारी दी। साथ ही कच्ची दरगाह से बिदुपुर 6 लेन पथ परियोजना की कार्य प्रगति की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जेपी गंगा पथ परियोजना को पूर्व दिशा में बख्तियारपुर से होते हुए मोकामा तक राजेंद्र पुल से जोड़ने की योजना है। साथ ही पश्चिम दिशा में भोजपुर जिला के शेरपुर तक विस्तारित करने की योजना है।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जेपी गंगा पथ परियोजना की आधारशिला 11 अक्टूबर को वर्ष 2013 में रखी गई। 24 जून 2022 को जेपी गंगा पथ परियोजना के पथांश का लोकार्पण किया गया। उन्होंने कहा कि गंगा पथ के निर्माण से पटना के पूर्वी तथा पश्चिमी भाग के बीच आवागमन में सुगमता हो रही है तथा पटना शहर के मुख्य अस्पताल- पीएमसीएच, एनएमसीएच और एम्स के बीच निर्बाध सम्पर्कता स्थापित हो जाने से आमजनों को चिकित्सा सुविधाओं को प्राप्त करने में अत्यंत सुविधा हो रही है। जेपी गंगा पथ का दीघा में जेपी सेतु तथा गाय घाट में बिस्कोमान गोलंबर के पास महात्मा गांधी सेतु से सम्पर्कता हो जाने से उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार के बीच आवागमन और भी सहज हो गया है।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि दीघा से कंगनघाट तक जेपी गंगा पथ परियोजना का कार्य पूर्ण हो गया है। आगे दीदारगंज तक जो बचा हुआ कार्य है उसे जल्द पूर्ण करें। मुख्यमंत्री ने निर्माण करनेवाली कंपनी एल एंड टी के प्रतिनिधि को निर्देश दिया कि जल्द-से-जल्द जेपी गंगापथ के बचे हुए कार्य को पूरा करें। एल एंड टी के प्रतिनिधि ने कंगनघाट से दीदारगंज तक डेढ़ किमी का जो बचा हुआ कार्य है, उसे अक्टूबर, 2024 तक तथा कच्ची दरगाह से बिदुपुर पथ परियोजना का कार्य इस साल के अंत तक पूर्ण करने का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आश्वासन दिया।