मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस पार्टी के जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कांफ्रेंस से गठबंधन पर सवालों के तीर छोड़े। उन्होंने ये सवाल लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर दागे। सीएम ने कहा कि गठबंधन से कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा सामने आ गया।
शनिवार को सुभाष रोड स्थित मीडिया सेंटर में आयोजित पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा के साथ खेलने वाली कांग्रेस पार्टी ने जम्मू कश्मीर चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के साथ गठबंधन करके फिर से अपने मंसूबों को देश के सामने रखा है। सीएम ने नेशनल कांफ्रेंस के घोषणा पत्र के वादों पर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी से 10 सवाल पूछे।
सीएम धामी ने राहुल गांधी से पूछे ये सवाल
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या कांग्रेस ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के जम्मू-कश्मीर में फिर से ‘अलग झंडे’ के वादे का समर्थन करती है?
क्या राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी अनुच्छेद 370 और आर्टिकल 35ए को वापस लाकर जम्मू-कश्मीर को फिर से अशांति और आतंकवाद के दौर में धकेलने के जेकेएनसी के निर्णय का समर्थन करती है?
क्या कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बदले पाकिस्तान के साथ वार्ता करके फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देने का समर्थन करती है?
क्या कांग्रेस पार्टी और राहुल गाधी, पाकिस्तान के साथ एलओसी ट्रेड’ शुरू करने के नेशनल कांफ्रेंस के निर्णय से फिर से बॉर्डर पार से आतंकवाद और उसके इकोसिस्टम का पोषण करने का समर्थन करते हैं
क्या कांग्रेस आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल लोगों के परिजनों को फिर से सरकारी नौकरी में बहाल करके आतंकवाद, दहशतगर्दी और बंद के दौर को फिर से लाने का समर्थन करती है?
उन्होंने सवाल किया कि क्या कांग्रेस दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त कर फिर से उनके साथ अन्याय करने के जेकेएनसी के वादे के साथ है?
क्या कांग्रेस चाहती है कि ‘शंकराचार्य पर्वत, तख़्त-ए-सुलिमान’ और ‘हरि पर्वत”कोह-ए- मारन’ के नाम से जाने जाएं?
क्या कांग्रेस जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को एक बार फिर से भ्रष्टाचार की आग में झोंक कर पाकिस्तान समर्थित गिने चुने परिवारों के हाथों में सौंपने का समर्थन करती है?
क्या कांग्रेस पार्टी जेकेएनसी के जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की राजनीति का समर्थन करती है?
क्या कांग्रेस और राहुल गांधी कश्मीर को ऑटोनॉमी देने की जेकेएनस की विभाजनकारी सोच और नीतियों का समर्थन करते हैं?