यह एक शोभ योग है कि आज चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन और हिंदू नववर्ष की शुरुआत हो रही है, और वहीं आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा करने जा रहे हैं। धामी सरकार का एक साल बेमिसाल रहा, उत्तराखंड की प्रगति, विकास और उत्तराखंड को एक नये पथ की ओर अग्रसर करने में जिससे देश में उत्तराखंड की एक नयी पहचान बन रही है। दूसरी बार सीएम बनने के बाद आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक वर्ष पूर्ण हो गया है, मुख्यमंत्री धामी द्वारा एक साल में किए गए कार्य बेमिसाल रहे। मुख्यमंत्री धामी की उत्तराखंड की जनता में एक अलग पहचान और मुख्य सेवक होने के कारण भी उन्होंने जनता के बीच एक अलग पहचान बनाई है। अधिकतर मुख्यमंत्री स्तर के राजनेताओं के व्यक्तित्व में एक खास ऑरा साथ चलता है लेकिन धामी इकलौते ऐसे मुख्यमंत्री है जो आम जन की तरह रहते है, वह जैसे पहले थे आज भी वैसे ही हैं। जिसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। यही वजह है कि ‘आम’ और ‘खास’ के बीच उनकी सोच में कोई दोहरापन नहीं है। हर परिस्थिति में मुख्यमंत्री धामी उत्तराखंड की जनता के साथ हर पल खड़े रहे कभी जोशीमठ के मुद्दे को लेकर तो कभी उत्तराखंड के युवाओं के भविष्य को लेकर, यहीं नहीं उनके इस कार्यकाल में उत्तराखंड एक नये आसमान में उड़ान भर रहा है।
मुख्यमंत्री धामी एक आम जनमानस की तरह रहना पसंद करते है जिसकी लोगों द्वारा काफी सराहना होती है, मुख्यमंत्री धामी कभी लोगों के बीच आ कर उनकी समस्याओं से रूबरू होते है तो कभी उनके पास बैठक के शालीनता से उनकी समस्याएं सुनते है। वहीं मुख्यमंत्री धामी जब उत्तराखंड जिलों का दौरा करते है तो वे सरकारी सुविधाओं को दरकिनार करके आम मानव की तरह रहना पसंद करते है, व कभी-कभी मौसम की परवाह न करते हुए आम जनमानस की समस्याएं सुने चले जाते है, इन बातों से मुख्यमंत्री धामी की एक आम लोगों के बीच अलग छवि बनी है। मुख्यमंत्री धामी के कार्यकाल में उत्तराखंड ने कई उपलब्धियां अपने नाम की है, पहली उपलब्धि धामी सरकार के कार्यकाल में उत्तराखंड के जनपद चम्पावत के बनबसा थाने ने देश के सर्वश्रेष्ठ तीन पुलिस स्टेशनों में जगह बनाई, दूसरी कामयाबी की बात करें तो उत्तराखंड को गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ जिसने देश विदेश में उत्तराखंड की एक नयी पहचान बनाई, तीसरी उपलब्धि उत्तराखंड मंत्री परिषद के सभी नौ सदस्य करोड़पति हैं और इनमें से किसी के खिलाफ कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है।
साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने ध्येय वाक्य विकल्प रहित संकल्प को लेकर सूबे में नया वर्क कल्चर बनाया है। मुख्यंत्री धामी ने जनता के हित एवं प्रदेश के विकास के लिए अनेक कदम उठाए है। उन्होंने कार्यप्रणाली, नीतियों और मानदंडों में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए लोककल्याण से जुड़ी योजनाओं की शुरूआत की है। वहीं मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड की महिलाओं के लिए भी कई बड़े कदम उठाए जो की सफल हो रहे है। खासतौर पर भ्रष्टाचार को लेकर धामी जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने ऐसे काम किए जो आज तक उत्तराखंड के किसी मुख्यमंत्री ने नहीं किए, उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपराओं को जीवित रखने के लिए व लोगों को अपनी संस्कृति से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री धामी ने इगास बग्वाल पर औपचारिक अवकाश प्रदान किया, जिससे लोग अपने त्यौहारों से जुड़े व महत्व समझे, वहीं देश के सबसे कठोर नकल विरोधी कानून बनाने का भी श्रेय मुख्यमंत्री धामी को जाता है, जिन्होंने युवाओं के हित में इतना बड़ा फैसला रातों रात लेकर साबित कर दिया कि उत्तराखंड का युवा अब किसी भ्रष्टाचार की भेंट नहीं चढ़ेगा। इस कालखण्ड में धामी सरकार के कामकाज में प्रदेश की निरन्तर प्रगति के लिए संकल्प, समर्पण और प्रयास का समावेश देखने को मिला। मुख्यमंत्री द्वारा लिया गया संकल्प भी पूर्ण होता हुआ नजर आ रहा है कि 2025 में उत्तराखंड अपनी रजत जयंती मनाएगा, साथ ही देश के एक अलग पहचान बनेगा।