आज भी पहाड़ों में कई घर ऐसे हैं जहां रसोई गैस उपलब्ध नहीं है, जिनके कारण महिलाओं को कई कठिनाईयों को सामना करना पड़ता है, कभी जंगल से लकड़िया तो कभी चूल्हे के धुंए में खाना बनाना पड़ता है। मुख्यमंत्री धामी पहाड़ की महिलाओं की पीड़ा को समझते है, व अनेक योजनाएं महिलाओं की भलाई के लिए राज्य में लागू करते है, जिसे पहाड़ की महिलाएं सशक्त हो।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री धामी ने “मुख्यमंत्री अंत्योदय निशुल्क गैस रिफिल योजना” की शुरूआत उत्तराखंड में की। धामी कार्यकाल में अनेक काम महिलाओं के हित व उन्हें नयी सुविधा देने के लिए हुए है, वहीं मुख्यमंत्री धामी ने महिलाओं को चुल्हे के धुएं से मुक्त कराने के लिए साथ ही महिलाओं को खाना बनाने में आसानी होने के लिए, चूल्हे से निकलने वाली हानिकारक धुएं से बचाने के लिए इस योजना का शुभारम्भ किया।
इस योजना के तहत करीब पौने दो लाख परिवारों को साल में तीन गैस सिलेंडर निशुल्क मिलेंगे, राज्य सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से राज्य के निवासियों को नि:शुल्क गैस रिफिल की सुविधा प्रदान की जाएगी। “मुख्यमंत्री अंत्योदय निशुल्क गैस रिफिल योजना” को पूरे राज्य में संचालित किया जाएगा। जिससे पूरे प्रदेश में लगभग 1 लाख 76 हजार अंत्योदय कार्ड धारकों को लाभ मिलेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने जो भी वादे किए थे उन्हें पूरा करने का काम कर रहे हैं। चुनाव में हर दल घोषणा पत्र के साथ आता है लेकिन हम संकल्प पत्र के साथ आए और संकल्प से सिद्धि का संदेश दिया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस योजना से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विजन “धुआं रहित भारत” की परिकल्पना को साकार करने के लिए बल मिलेगा और महिलाओं का जीवन अधिक स्वस्थ्य और आसान हो जाएगा। मातृ शक्ति का उत्थान और सशक्तीकरण हमारी प्राथमिकता है।