देहरादून:- उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास अब नहीं रहे। लंबे समय से बीमारी के चलते आज बुधवार को उनका निधन हो गया। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें बागेश्वर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उन्होंने अंतिम सांस ली है। उनके निधन की खबर से पार्टी सहित पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई।
मुख्यमंत्री ने शोक किया व्यक्त
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड सरकार में कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और उनके परिजनों को दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
मंत्री चंदन रामदास के निधन पर प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। 26 से 28 अप्रैल तक राजकीय शोक रहेगा।
कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास का राजनीतिक करियर
चंदन राम दास का राजनीतिक करियर 1980 में शुरू हुआ। वह 1997 में नगर पालिका बागेश्वर के निर्दलीय अध्यक्ष बने। इससे पूर्व एमबी डिग्री कालेज हल्द्वानी में बीए प्रथम वर्ष में निर्विरोध संयुक्त सचिव बने। 1980 से राजनीति जीवन की शुरुआत की। 2006 में पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी की प्ररेणा पर भाजपा में शामिल हुए। 2007, 2012, 2017 और 2022 में वह लगातार चौथी बार विधायक चुने गए।