देहरादून: भाजपा ने पटवारी परीक्षा लीक प्रकरण में धामी सरकार की त्वरित कार्यवाही को भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की प्रतिबद्धता बताया। दूसरी ओर इस पर विपक्ष के आरोपों को राजनीति से प्रेरित व दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
पार्टी प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी ने कहा राज्य निर्माण से अब तक सामने आए ऐसे तमाम मामलों में फर्क साफ है। कांग्रेस सरकारों के मंत्री तक भर्ती घोटालों में शामिल रहे और उन्होंने ऐसे मामलों मे कार्यवाही तो दूर उन्हे दबाने की कोशिशें की। वहीं भाजपा सरकार में तत्काल पारदर्शी, सख्त एवं निर्णायक कार्यवाही की जा रही है ।
हेमंत द्विवेदी ने वर्तमान पटवारी भर्ती परीक्षा लीक प्रकरण के खुलासे और आरोपियों की गिरफ्तारी पर संतोष जताया है। उन्होंने कहा यह मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का ही नैतिक साहस है कि पेपर लीक के दोषियों को पकड़ने में देर नही लगाई और युवाओं के साथ न्याय की दृष्टि से तत्काल परीक्षा रद्द कर नई तारीखों का ऐलान किया।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, इससे पूर्व 2003 व 2016 में इनके शासन में भी पटवारी भर्ती में धांधली हुई, लेकिन कभी दोषियों पर कार्यवाही नहीं की और उल्टा इनके मंत्रियों के संरक्षण में घोटालों को अंजाम देने के गंभीर आरोप लगे। इसी तरह दर्जनों नियुक्ति प्रकरणों में गड़बड़ी इनकी सरकार में हुई, लेकिन अफसोस जब घोटालों पर काम करने का अधिकार था तब कुछ नहीं किया और अब भाजपा सरकार कार्यवाही कर रही है तो सबसे पहले हो हल्ला मचा रहे हैं।
भाजपा की नीति और नीयत साफ है। हर परीक्षा पारदर्शिता के साथ होनी चाहिए और भ्रष्टाचारियों की जगह सलाखों के पीछे होनी चाहिए। इससे पहले भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बिना काल खंड देखकर नैतिक साहस दिखाते हुए राज्य अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की भर्तियों में घोटालों के गुनाहगारों को सलाखों के पीछे पहुंचा चुके है। घपलेबाज कितने ही रसूखदार क्यों न हो किसी को बख्सा नहीं जायेगा। अगर, कांग्रेस ने भी समय पर इसी तरह से निर्णय लिए होते तो भ्रष्टाचार इस तरह से नही फल फूलता। धामी सरकार विकास और रोजगार के मामले मे आगे बढ़ रही है और कांग्रेस के कार्यकाल मे लगी भ्रष्टाचार की बेल को जड़ से उखाड़ फेंकने के संकल्प के साथ आगे बढ़ेगी।