बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव दिल्ली में जमानत मिलने, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त करने के साथ ही सोमवार को एक और कारण से चर्चा में आ गए। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता दानिश इकबाल ने आरोप लगाया कि उप मुख्यमंत्री के रूप में तेजस्वी यादव को 5 देशरत्न मार्ग का जो बंगला आवंटित किया गया था, उससे निकलते समय वह सोफा-कुर्सी, एसी और यहां तक कि नल की टोंटी तक उखाड़ ले गए।
भाजपा के किसी बड़े नेता ने इस मुद्दे को नहीं उठाया, यहां तक कि यह बंगला आवंटन पाने वाले भाजपाई उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी इस बारे में बात नहीं की। इधर, राष्ट्रीय जनता दल ने दानिश इकबाल का नाम लेकर कहा कि वह किस हैसियत से यह सवाल पूछ रहे हैं? उन्हें पहले सरकार के विभाग से पुष्टि करनी चाहिए थी, क्योंकि अब आवंटन होने के बाद आवासन के पहले और छोड़ते समय सामान का मिलान किया जाता है। वीडियोग्राफी भी कराई जाती है।
राजद प्रवक्ता ने कहा- जिस स्थिति में मिला, उसी तरह लौटाया
राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने भाजपा नेता दानिश इकबाल के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं का बुनियाद हीं प्रोपगंडा और प्रपंच पर टिका हुआ है। झूठ बोलना और विपक्षी दलों के नेताओं के बारे में दुष्प्रचार कर चरित्र हनन करना ही इनका संस्कार है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि दो दिन पहले हीं 5 देशरत्न मार्ग वाले आवास को भवन निर्माण एवं आवास विभाग को सौंप दिया गया है। सबका बजाप्ता विडियो रिकॉर्डिंग भी है। उक्त आवास किस स्थिति में तेजस्वी यादव को आवंटित किया गया था और किस स्थिति में उसे विभाग को लौटाया गया है इसके सारे रिकॉर्ड भवन निर्माण एवं आवास विभाग के पास है। भाजपा नेता किस हैसियत से बोल रहे हैं। 2017 में भी दिवंगत भाजपा नेता सुशील मोदी इसी प्रकार अनर्गल बयानबाजी कर रहे थे। यदि कोई गड़बड़ी थी तो विभाग ने एफआईआर क्यों नहीं किया था? अब पुनः भाजपा नेता अनर्गल बयानबाजी कर अपने घटिया चरित्र का परिचय दे रहे हैं। दरअसल आज तेजस्वी यादव के बेल मिल जाने के बाद भाजपा नेताओं के पेट में मड़ोर होने लगा है।