उत्तर प्रदेश:- बरेली में खेत-खलिहान की 23 हजार वर्ग मीटर जमीन पर भूखंड विकसित कर अवैध तरीके से बसाई जा रही पांच कॉलोनियों पर शुक्रवार को कार्रवाई की गई। बीडीए (बरेली विकास प्राधिकरण) की टीम ने सीबीगंज और कैंट क्षेत्र में निर्माण कार्यों पर बुलडोजर चलवाया। बीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि मानचित्र स्वीकृत कराए बगैर बनाई जा रही कॉलोनियों पर कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
बीडीए उपाध्यक्ष मनिकंडन ए ने बताया कि थाना क्षेत्र कैंट में लगभग 4000 वर्गमीटर जमीन पर पोशाकी लाल कश्यप, बुखारा रोड से 500 मीटर आगे लगभग 4000 वर्गमीटर जमीन पर सुनील कुमार कॉलोनी विकसित करा रहे थे। कैंट क्षेत्र में ही ओमप्रकाश आदि ने 5000 वर्गमीटर, भूदेव कश्यप ने 3000 वर्गमीटर, संजीव मिश्रा द्वारा सीबीगंज क्षेत्र के पुरनापुर गांव (निकट बिलवा) में लगभग 6500 वर्गमीटर क्षेत्रफल में अवैध तरीके से कॉलोनी का निर्माण करने के लिए स्थल विकास कराया गया था। मौके पर टीम ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की है।
कार्रवाई के दौरान बीडीए के एई सुनील कुमार के साथ जेई रमन अग्रवाल, अजीत कुमार साहनी, सीताराम और प्रवर्तन दल के लोग शामिल रहे। बीडीए उपाध्यक्ष ने लोगों को सलाह दी है कि भूखंड खरीदने से पहले बिल्डर से मानचित्र जरूर मांगे। मानचित्र स्वीकृत कराए बिना प्लॉटिंग व भवन निर्माण अवैध है। इसे प्राधिकरण कभी भी ध्वस्त कर सकता है।
यहां भी चल चुका है बुलडोजर
- 19 दिसंबर को रहपुरा चौधरी में अवैध तरीके से बसाई जा रहीं पांच कॉलोनियों पर बीडीए का बुलडोजर चला था। यहां भी मानचित्र स्वीकृत कराए बगैर कॉलोनी बसाई जा रही थी।
- 12 नवंबर को नकटिया नदी के किनारे पहाड़गंज रोड पर बिचपुरी में अवैध कॉलोनी पर बीडीए की टीम ने बुलडोजर चलवाया। यहां भी मानचित्र स्वीकृत कराए बगैर कॉलोनी के लिए भूखंड बना दिए गए और ऑफिस विकसित किया गया था।
- नौ अक्तूबर को छह अवैध कॉलोनियों पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई थी। कॉलोनाइजर पीलीभीत रोड पर रजपुरा माफी, खजुरिया और धौरेरा माफी पर 67 बीघा जमीन पर बिना मानचित्र स्वीकृत किए अवैध कॉलानियों का निर्माण कर रहे थे।
- तीन सितंबर को शाहजहांपुर रोड पर दो कॉलोनियों में अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाकर निर्माण ध्वस्त किए गए थे। इसी तरह उड़ला जागीर में चार बीघा क्षेत्रफल में कॉलोनी बनाई गई थी। इन पर कार्रवाई की गई।