मुख्यमंत्री की पहल पर राज्यभर में ‘‘जन-जन की सरकार, जन-जन के द्वार’’ अभियान का शुभारंभ

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मुख्य सचिव की बैठक में कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना पर चर्चा

मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन ने बुधवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना के संदर्भ में बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने दून विश्वविद्यालय एवं कुमाऊं विश्वविद्यालय के लैंग्वेज स्कूल को मजबूत और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रदेश के सरकारी नर्सिंग प्रशिक्षण कार्यक्रमों में विदेशी भाषा को अनिवार्य किया जा सकता है, या इच्छुक प्रशिक्षणार्थियों को उनकी पसंद की भाषा का प्रशिक्षण देने पर विचार किया जा सकता है। इस दिशा में अनुसंधान करने की आवश्यकता है।

मुख्य सचिव ने प्रदेशभर में बन रहे पुस्तकालयों में भाषा लैब जोड़ने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इससे पुस्तकालयों में आने वाले इच्छुक छात्रों को भाषा लैब में ऑडियो-विजुअल माध्यम से विदेशी भाषाएँ सीखने का अवसर मिलेगा। साथ ही, अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का भी उपयोग किया जा सकता है।

मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे अभ्यर्थियों को भाषा सीखने के लिए प्रेरित करना आवश्यक है। उन्होंने विदेश रोजगार प्रकोष्ठ और तकनीकी शिक्षा को क्रेडिट आधारित विदेशी भाषा लर्निंग कार्यक्रम संचालित करने के निर्देश दिए हैं। इससे विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण ले रहे युवा विदेशी भाषा सीखने के प्रति प्रेरित होंगे।

मुख्य सचिव ने जापान, जर्मनी और यूके के दूतावासों से संपर्क करने और उनके सुझाव लेने की बात कही। इसके अलावा, अच्छी भाषा सिखाने वाली एजेंसी को हायर करने का भी सुझाव दिया। उन्होंने विदेशों में रोजगार के अवसरों के लिए दूतावासों के माध्यम से सीधे विदेशी नियोक्ताओं से संपर्क करने का उल्लेख किया, जिससे विदेशों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

मुख्य सचिव ने बताया कि विदेश रोजगार प्रकोष्ठ द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, विदेशों में जॉब लिस्ट और रिक्तियों के अनुरूप प्रशिक्षण प्राप्त छात्रों को जानकारी उपलब्ध कराई जा सकती है। इस सूची का प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक लोगों को विदेशों में रोजगार से जोड़ा जा सकता है।

मुख्य सचिव ने आंतरिक रोजगार की दिशा में निरंतर प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को स्किल्ड बनाने के लिए लगातार प्रयास करने की आवश्यकता है। वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार नए-नए कोर्स संचालित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाए।

सचिव श्री सी. रविशंकर ने बताया कि विदेश रोजगार प्रकोष्ठ में अब तक कुल 206 लोगों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें से नवम्बर 2025 तक कुल 76 लोगों को विदेश में रोजगार प्राप्त हुआ है। नवाचार योजना के तहत स्टेट नर्सिंग कॉलेजों में 248 अभ्यर्थियों को जर्मन, 35 को जापानी, 62 को फ्रेंच, 11 को स्पेनिश और 185 अभ्यर्थियों को अंग्रेजी भाषा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

इस अवसर पर सचिव श्री शैलेश बगौली, श्री रविनाथ रमन, डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, अपर सचिव श्री रोहित मीणा एवं श्री मनुज गोयल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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