उत्तराखंड के रुड़की क्षेत्र के कलियर में एक हैरान कर देने वाली हत्या की घटना सामने आई है। यहां 20 वर्षीय युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई, और जांच में पुलिस को चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि इस अपराध में शामिल दोनों आरोपी दिव्यांग हैं। घटना शनिवार की शाम की बताई जा रही है, जब कलियर का यह युवक अचानक घर से गायब हो गया। परिजनों ने हर जगह तलाश की, लेकिन उसकी कोई खबर नहीं मिली। रविवार को परिजन मजबूर होकर पुलिस स्टेशन पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज करवाई। परिवार ने बेटे के अपहरण की आशंका जताई और कहा कि अपहरणकर्ताओं ने 25 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी।
पुलिस की तफ्तीश और गुत्थी सुलझी
हरिद्वार पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामले की गहन जांच शुरू की। 36 घंटे के भीतर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिनके नाम अमजद और फरमान हैं। जांच में सामने आया कि दोनों आरोपी दिव्यांग हैं – इनमें से एक ठीक से चल नहीं सकता, जबकि दूसरा देख नहीं सकता। पुलिस के अनुसार, मृतक और आरोपियों के बीच पुरानी पहचान रही थी। मृतक का एक समय में घर पर किराएदार रहा था, जिससे दोनों आरोपी युवक के करीब आ सके। पैसों की लालच में दोनों ने मिलकर युवक का अपहरण और हत्या की साजिश रची।
हत्या की दर्दनाक कहानी
आरोपियों ने युवक को चाय पर बुलाकर फंसाया, फिर मिलकर उसका गला घोंट दिया। इसके बाद शव को बोरी में भरकर नहर में फेंक दिया। यह पूरी योजना ठोस और सोच-समझकर बनाई गई थी। पुलिस का कहना है कि 36 घंटे के भीतर इस गुत्थी को सुलझाना उनके लिए चुनौतीपूर्ण था, लेकिन टीम की मेहनत और जांच के नए तरीकों से आरोपियों तक पहुँच बनाई गई।
समाज और परिवार पर प्रभाव
इस घटना ने कलियर और आसपास के क्षेत्र में लोगों को झकझोर कर रख दिया है। परिजन और समाज इस तरह की हिंसा से गहरी स्तब्धता में हैं। एक युवा की जिंदगी मात्र पैसों की लालच में समाप्त करना न केवल परिवार बल्कि समाज के लिए भी गंभीर संदेश है। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है, और मामले की गंभीरता को देखते हुए हरिद्वार प्रशासन ने सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी है।